भदोही: जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने सात शातिर चोरों को चोरी का सामान बेचते हुए गिरफ्तार कर लिया. चोरों के पास से करीब दो लाख रुपये और अन्य सामान भी बरामद किया गया है, जिसमें सैकड़ों साल पुराने पीतल के बर्तन भी शामिल हैं.
पुलिस पूछताछ में चोरों ने बताया कि वह ताले बंद मकानों की रेकी करते थे. इसके बाद उन घरों में चोरी करते थे. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान जिले के निवासी सुजीत मिश्रा का परिवार मुंबई में फंस गया था. उसी दौरान उनके मकान में आम के पेड़ के सहारे रस्सी लगाकर ये चोर घुस गए थे. सुजीत मिश्रा के घर में पीतल का सामान इतना ज्यादा था कि चोरों को उन्हें चुराने में पांच दिन लग गया.
जब यह जानकारी सुजीत मिश्रा को हुई तो उन्होंने थाने में तहरीर दी, जिसके बाद से पुलिस चोरों की तलाश कर रही थी. सुजीत मिश्रा के घर आने के बाद दो माह से ज्यादा का समय बीत गया, लेकिन चोरों का कुछ पता नहीं चल सका था. इस दौरान वह अपने पुरखों के समय से रखे हुए बर्तन को पाने का भरोसा खो चुके थे, लेकिन पुलिस ने उनके पीतल के बर्तन और अन्य सामान को ढूंढ निकाला.
क्षेत्राधिकारी प्रियंक जैन ने बताया कि सुजीत मिश्रा ने जब एफआईआर लिखवाई थी तब उन्होंने बताया था कि उनके घर में सैकड़ों साल पुराने पीतल के बर्तन रखे थे, जिनको चोरों ने चुरा लिया है. इन चोरों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. राहुल दुबे, सूरज कुमार मौर्य, सौरभ पूरी, सद्दाम अली, रूपेश दुबे, विशाल मोदनवाल और सुख गुप्ता नाम के चोर इससे पहले भी दर्जनों चोरियां कर चुके हैं.
क्षेत्राधिकारी प्रियंक जैन ने बताया कि ये लोग बड़ी चोरियों को ग्रुप में अंजाम देते थे, जबकि छोटी चोरियां अलग-अलग करते थे. घटना को अंजाम देने के बाद ये लोग जिले से बाहर चले जाते थे. इसी वजह से इनको पकड़ने में इतने दिनों का समय लग गया. इन सभी चोरों को शुक्रवार भोर में 4:30 बजे डुडवा धर्मपुर के पास गिरफ्तार किया गया. यहां ये लोग चोरी का सामान बेच रहे थे. इन सातों चोरों में चोरी का सामान खरीदने वाला दुकानदार भी शामिल है.