भदोही: 3 इंच चौड़े और 4 इंच लंबे पोस्टकार्ड पर चंद शब्द लिखे जा सकते हैं, लेकिन देवनाथपुर की रहने वाली सुप्रिया बरनवाल ने 21000 बार जय श्री राम लिख दिखाया है. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान अपने खाली समय में पोस्टकार्ड पर जय श्री राम लिखा है. सुप्रिया ने भले ही बड़ी आसानी और सामान्य तरीके से लिखा हो, लेकिन उनकी इस लिखावट को पढ़ने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ती है.
वे इससे पहले भी पोस्टकार्ड पर लिखती रही हैं. वे इससे पहले उत्तर कांड और किष्किंधा कांड लिख चुकी हैं. किष्किंधा कांड लिखने के लिए उनका नाम लिम्का बुक में भी दर्ज किया गया.
बचपन से सुप्रिया को धार्मिक ग्रंथों में है रुचि
मूल रूप से गाजीपुर की रहने वाली सुप्रिया बरनवाल का धार्मिक किताबों में मन लगता है, जब वह छोटी थी तभी से छोटा लिखने की प्रैक्टिस करती थी और वह प्रैक्टिस करते-करते इतना छोटा लिखने लगी कि नंगी आंखों से पढ़ पाना आसान नहीं था. बचपन में वह पोस्टकार्ड पर एक लाइन में दुर्गा चालीसा, हनुमान चालीसा, विंध्यवासिनी चालीसा आदि लिखा करती थीं.
सुप्रिया बरनवाल द्वारा बनाए गए पोस्टकार्ड. क्या है सुप्रिया का कहना
सुप्रिया बरनवाल बताती हैं कि देश कोरोना माहमारी से जूझ रहा है, ऐसे में हमें घरों में रहना है. इस दौरान हम अपनी पसंदीदा चीज कर सकते हैं. छोटा लिखना मेरी हॉबी है, इसलिए मैं लॉकडाउन के दौरान ये कर रही हूं, बाकि लोगों को भी इस तरह ही अपनी हॉबी को समय देना चाहिए.