भदोही:उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड के सदस्य एवं किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी ने सर्किट हाउस में ज्ञानवापी मामले पर कहा कि ज्ञानवापी हिंदू आस्था का प्रतीक है और कुछ आक्रांताओं द्वारा मंदिर को तोड़कर मस्जिद बना दिया गया. यह मस्जिद तो बिल्कुल नहीं हो सकता, वह हिंदुओं का मंदिर है और रहेगा, मामला कोर्ट में चल रहा है जल्द से जल्द हिंदू भाइयों के पक्ष में आदेश आएगा और हमें कोर्ट पर पूरा विश्वास है. वह किन्नर समाज हितों पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अफसरों के साथ सोमवार को मंथन करने जनपद आई थीं.
महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी ने कहा कि हम प्रेम से मुस्लिम भाइयों को भी यह संदेश देना चाहती हूं कि जहां पर भगवान शंकर का शिवलिंग मिला है वह हिंदू भाइयों का है. उस पर विवाद करना प्रदेश व समाज के लिए ठीक नहीं है. इससे पहले बैठक में उन्होंने कहा कि किन्नरों को समाज की मुख्यधारा में जोड़कर उनका उत्थान किया जाए तथा समाज के विकास में उनका भी योगदान सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी किन्नरों का कैम्प लगाकर शत प्रतिशत पहचान पत्र बनाना सुनिश्चित करें.
महामंडलेश्वर ने बताया कि किन्नरों को समाज में सम्मानजनक स्थान देने के साथ ही उनके कल्याण हेतु किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है. बोर्ड के गठन से किन्नर समाज को शिक्षा, रोजगार, आवास आदि जीवनोपयोगी चीज मुहैया होने में मदद मिलेगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किन्नर व्यक्तियों के डेरे, आश्रम पर जाकर उनको लाभ बताते हुए प्रेरित करते हुए सभी को पहचान पत्र बनवाए ताकि उन्हें भी शासकीय सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित हो सके.