भदोही: जिले के पुलिस अधीक्षक को विभाग की तरफ से 15 अगस्त को डीजी कमेंडेशन सिल्वर डिस्क से नवाजा जाएगा. उनके साथ प्रदेश भर के कई पुलिस अधिकारियों को यह सम्मान दिया जाएगा. भदोही के पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह को इससे पहले भी अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है. उनकी पुलिस अधीक्षक के तौर पर भदोही में पहली पोस्टिंग है. इससे पहले वह 36 वीं बटालियन में कमांडिंग ऑफिसर के रूप में तैनात थे.
फतेहपुर के रहने वाले हैं मौजूदा एसपी भदोही
भदोही के पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह को उनके कुशल कार्य शैली और कर्मठता के लिए यह सम्मान दिया गया है. वाराणसी में 15 अगस्त को यह पुरस्कार उन्हें दिया जाएगा. इसकी घोषणा पुलिस विभाग द्वारा 3 दिन पहले ही किया जा चुका है. पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह का जन्म 1994 में फतेहपुर जिले के हरदवा गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय अमर सिंह था. उनके पिताजी पेशे से एक सरकारी शिक्षक थे. प्रारंभिक शिक्षा हरदवा के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त करने के बाद आरबी सिंह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. वहां वह बीएससी मैथमेटिक्स से ग्रेजुएट हुए. जिसके बाद वह सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं की तैयार करने लगे. कठिन परिश्रम के बाद सन 1994 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की, जिसके बाद यूपी पीपीएस ज्वाइन किया.
इसके पहले तीन बार जीत चुके हैं प्रेसीडेंशियल अवॉर्ड
वह उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा के 91वीं बैच के अधिकारी हैं. उन्हें क्षेत्राधिकारी के रूप में गोंडा में पहली पोस्टिंग मिली. अपने 26 साल के कैरियर में पुलिस के कई विभागों में अपनी सेवाएं दी, जिस दौरान उन्हें तीन बार प्रेसिडेंशल अवार्ड के साथ और कई सम्मानों से नवाजा गया. पहली बार उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सन 2007 में प्रेसीडेंशियल अवॉर्ड पीपीएमजी से नवाजा गया. दूसरी बार सन् 2009 में उन्हें प्रेसीडेंशियल अवॉर्ड पुलिस मेडल फॉर गैलंट्री से नवाजा गया.
आखिरी बार उन्हें सन् 2010 में सराहनीय सेवा मेडल से मिला. इस दौरान उन्होंने गोंडा के एक क्षेत्र अधिकारी से लेकर भदोही के पुलिस अधीक्षक तक का सफर तय किया. जब उन्हें सराहनीय सेवा मेडल प्रदान किया गया, उस समय वह इटावा के एडिशनल एसपी के रूप में तैनात थे. आखिरी बार 2010 में जब उन्हें प्रेसीडेंशियल अवॉर्ड मिला उस समय वह एसटीएफ में डेप्युटी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के तौर पर कार्यरत रहे.