भदोहीः प्रयागराज केे नैनी थाना इलाके में माफिया मुन्ना बजरंगी और दिलीप मिश्रा के कुख्यात शार्प शूटर वकील पाण्डेय को पुलिस ने मार गिराया है. इस पर 50 हजार रुपये का इनाम था. मुठभेड़ में उसका साथी शार्प शूटर एच.एस अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिन्टू को भी ढेर हो गया है. दोनों अपराधी भदोही जिले के रहने वाले थे. एक भदोही गोपीगंज के बड़े शिव मंदिर के पास रहने वाला था, जबकि दूसरा भदोही कोतवाली के सराय गंज का रहने वाला था. इस ऑपरेशन को उपाधीक्षक एसटीएफ प्रयागराज नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में किया गया. मौके से पुलिस ने पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद की है.
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साल 2013 में की थी डिप्टी जेलर की हत्या
साल 2013 में माफिया मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी के इशारे पर दोनों अपराधियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर वाराणसी के तत्कालीन डिप्टी जेलर अनिल कुमार त्यागी की दिनदहाड़े हत्या करके सनसनी फैला दी थी. सोशल मीडिया पर वायरल ज्ञानपुर के वर्तमान विधायक विजय मिश्रा गृहमंत्री को पत्र लिखकर वकील उर्फ राजीव पाण्डेय से अपनी जान को खतरा बता चुके हैं.
हत्या के लिए 3 बार की थी रेकी
माफिया दिलीप मिश्रा के कॉलेज से गिरफ्तार खान मुबारक गैंग का शार्प शूटर और एक लाख के इनामी नीरज सिंह ने पूछताछ में बताया था कि माफिया दिलीप मिश्रा के कहने पर उसने वकील पाण्डेय के साथ मिलकर आरएसएस से सम्बन्ध रखने वाले सुजीत सिंह और एसपी नेता नन्हू खान के दामाद समील अहमद के बेटे मंजूर अहमद की हत्या करने के लिए तीन बार रेकी की थी. लेकिन, नीरज सिंह के पकड़ जाने की वजह से वह कामयाब नहीं हो पाए थे.
अमन सिंह के लिए करने वाले थे हत्या
झारखंड के कोयला माफिया और धनबाद के तत्कालीन डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या में शामिल मुन्ना बजरंगी का शार्प शूटर अमन सिंह रांची की होटरवार जेल में बंद है. उसी के कहने पर वकील पाण्डेय और अमजद अपने साथियों के साथ मिलकर रांची के होटरवार जेल के किसी अधिकारी की हत्याकर सनसनी फैलाना चाहते थे. इससे अमन सिंह का दबदबा जेल में भी बना रहे. लेकिन, एसटीएफ ने इनके साथी अभिनव प्रताप सिंह उर्फ वरुण पुत्र दिनेश प्रताप सिंह निवासी ज्ञानपुर थाना महाराजगंज के पकड़ लिया. इस वजह से ये लोग वारदात नहीं कर सके. इस बात की पुष्टि अभिनव सिंह ने अपने बयान में भी की थी. आपको बता दें कि ये इनामी बदमाश प्रयागराज में किसी बड़े शख्स की हत्या करने की फिराक में थे.