भदोही:कोरोना काल के बाद पटरी पर आया यूपी का कालीन उत्पादन फिर ठप हो गया है. दीपावली, छठ और धनतेरस के मद्देनजर बुनकरों की घर वापसी के बाद कालीन कारखानों में सन्नाटा पसर गया है. बिहार में पंचायत चुनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में बुनकर पहले ही घर लौट गए हैं. वहीं पश्चिम बंगाल व अन्य प्रांतों के बुनकर पर्व मनाने के लिए अपने-अपने प्रदेश के लिए रवाना होने लगे हैं. इसके कारण जहां उत्पादन प्रभावित हो रहा है. कालीन व्यवसायियों के मुताबिक, लगभग 65-70 प्रतिशत बुनकर अपने-अपने घर पलायन कर चुके हैं.
खास बात है कि डोमोटेक्स में भागीदारी करने वाले निर्यातकों की चिंताएं बढ़ गई हैं. ऐसे में सैंपल तैयार कराने में जुटे निर्यातकों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है. उधर, उत्पादन ठप होने से ऑर्डर वाला माल भेजना भी मुश्किल हो गया है. निर्यातकों का कहना है कि पर्व को देखते हुए बुनकरों पर रुकने के लिए दबाव भी नहीं बनाया जा सकता. कालीन उद्योग में बुनकरों का अभाव पहले से ही है. वहीं कोरोना काल तक कामकाज प्रभावित रहने के कारण बड़ी संख्या में बुनकर दूसरे कामों में लग गए. ऐसे में दूसरी लहर के बाद महज 60 फीसदी बुनकर ही लौटे थे.
पहले कोरोना ने रुलाया, अब बिहार में चुनाव और त्योहार से गहराया संकट