संत कबीर नगर: जिले में बहने वाली नदियां उफान पर हैं. घाघरा और राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं आमी नदी के बढ़ते हुए जलस्तर से मेहदावल क्षेत्र के कई गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए हैं. जिले में लगातार कई दिनों से हुई बारिश के चलते संत कबीर नगर जिले के कछार इलाके में पानी भर गया है, जिसके चलते किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर धान की फसल बरसात के पानी में डूब कर बर्बाद हो गई है. बाढ़ के चलते लोगों को घर में पानी घुस गया है, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
लगातार बारिश से नदियां उफान पर जिले की नदियां उफान पर
जिले में बहने वाली मुख्य नदियां घाघरा राप्ती और आमी और कुआनो नदी हैं. बारिश के चलते घाघरा राप्ती और आमी नदी उफान पर हैं. जिले के दक्षिणी छोर में बहने वाली घाघरा नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं उत्तरी छोर पर बहने वाली राप्ती नदी खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
नदियों के उफान के चलते किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर धान की फसल पूरी तरह से बाढ़ के पानी के चलते डूब चुकी है. आमी नदी के बाढ़ के चलते कई गांव के किसानों की फसल जलमग्न हो कर बर्बाद हो गई है. उफान के चलते मेहदावल तहसील क्षेत्र के गगनई बाबू गांव में बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है. बढ़ते हुए जल स्तर को देखकर किसान खौफजदा हैं और लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट बना है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.