संत कबीर नगर: जिले के धनघटा पुलिस का एक बड़ा कारनामा सामने आया है. जमीनी विवाद में पुलिस ने एक 11 वर्षीय बच्ची का भी चालान कर दिया. अब बच्ची का पिता नाबालिग का नाम हटाने के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रहा है. 3 महीने गुजरने के बावजूद भी पुलिस द्वारा अभी तक मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया है. पीड़ित भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता है और अपनी पार्टी के नेताओं से भी मिल चुका है लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है. अब बड़गो टोला चकिया गांव निवासी सुभाष चौहान ने गुरुवार को डीएम और एसपी कार्यालय पहुंचकर इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है.
थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़गो टोला चकिया गांव निवासी सुभाष चौहान का तीन महीने पहले गांव के ही लोगों से जमीनी विवाद के चलते मारपीट हो गई थी. मारपीट में पुलिस ने 6 दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए शांति भंग में चालान किया गया था. पुलिस ने इस मामले में सुभाष चौहान की 11 वर्षीय बच्ची खुशी चौहान का भी चालान कर दिया था. सुभाष चौहान का आरोप है जब वह थाने पहुंचा और बच्ची का चालान करने के बारे में पूछा तो पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी. पीड़ित का आरोप है कि कार्रवाई न करने का धमकी देते हुए पुलिस ने उसको वापस लौटा दिया. इसे भी पढ़ें-सरसों के खेत में मिला दो दिनों से लापता युवक का शव, हत्या की आशंका
पीड़ित सुभाष चौहान ने बताया कि 3 महीने से वह अपनी बच्ची का चार्जशीट से नाम हटवाने के लिए अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगा रहा है लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला है. पीड़ित का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता होने के बाद पुलिस द्वारा लगातार उसको प्रताड़ित किया जा रहा है.
वहीं, एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि पीड़ित द्वारा शिकायती पत्र दिया गया है. पीड़ित ने आरोप लगाया गया है कि नाबालिग बच्ची का चालान किया गया है. एसपी ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी धनघटा को सौंपी गई है. जांच में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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