संत कबीर नगर: 18 नवंबर से जेएनयू में बढ़ी हुई फीस के खिलाफ तमाम छात्र फीस को कम करने के लिए विरोध कर रहे हैं. विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इसमें कई छात्र घायल हो गए. पुलिस ने उस लाठीचार्ज में दोनों आंखों से दिव्यांग छात्र शशि भूषण को भी नहीं बख्शा. इसको लेकर दिव्यांग छात्र का परिवार गमजदा है और सरकार से न्याय की मांग कर रहा है.
छलका जेएनयू के दिव्यांग छात्र की मां का दर्द.
पुलिस के लाठीचार्ज में जेएनयू का दिव्यांग छात्र घायल
- बता दें कि सोमवार 18 नवंबर से जेएनयू के छात्र बढ़ी हुई फीस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
- पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बर्बरता से उन पर लाठियां बरसाई.
- इसमें कई छात्र बुरी तरह से जख्मी हो गए.
- उसमें संत कबीर नगर के खलीलाबाद तहसील में आने वाले राजापुर सरैया गांव का दोनों आंखों से दिव्यांग छात्र शशि भूषण भी शामिल था.
वहीं जब जेएनयू में हुए बवाल की खबर दिव्यांग छात्र शशि भूषण के परिवार को मिली तो पूरा परिवार दुखी हो गया. इतना ही नहीं दिव्यांग छात्र शशि भूषण के दादा फूलचंद पांडे और मां उषा पांडे का कहना है कि उन्हें अपने बेटे पर फक्र है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने बढ़ी हुई फीस के खिलाफ आवाज उठाई, वह बेहद ही सराहनीय है. वहीं छात्र के दादा और मां ने सरकार से गरीब छात्रों की बढ़ी हुई फीस को वापस लेकर सभी छात्रों के साथ न्याय करने की मांग की है.
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शशि भूषण के दादा ने बताया कि उनका पोता मेहनत से पढ़कर आज जेएनयू में पहुंचा है. हक की मांग उठाने को लेकर पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की जो पूरी तरह से गलत है. सरकार से मांग करते हैं कि जिन लोगों ने छात्रों पर लाठियां बरसाईं उनके ऊपर कार्रवाई करें और बढ़ी हुई फीस को वापस कर उन्हें न्याय दिलाएं.