संतकबीरनगर: यूपी के संतकबीरनगर जिले के नगर पालिका परिषद खलीलाबाद में आने वाले मोती नगर मोहल्ले की तस्वीर देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे, क्योंकि यह तस्वीर अपने आप में विकास की पोल खोलती नजर आ रही है. बरसात के पानी से घिरा यह मोहल्ला लोगों की मुसीबत का सबब बना हुआ है. ट्यूब के सहारे यहां बच्चे पढ़ने और ग्रामीण कामकाज को जाते हैं. ऐसे में यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है. यानी कुल मिलाकर कहे तो यहां लोग मौत के साए में जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं.
पानी में तैरती एक ट्यूब और ट्यूब में बैठे दो बच्चों के साथ उनके पिता. देखने में बिल्कुल झील जैसा ही महसूस हो रहा होगा, लेकिन ये कोई झील नही है. यह संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद नगर पालिका परिषद की शहर के मोती नगर वॉर्ड की तस्वीर है, जहां बरसात शुरू होने से लेकर खत्म होने के 6 महीने बाद तक यहां का नजारा कुछ ऐसा ही रहता है और यहां के लोग इसी तरह से मौत के साए में अपने घर से काम को निकलते हैं.
ट्यूब पर बैठकर स्कूल जाते हैं नौनिहाल इसे भी पढ़ें - चुनाव से पहले हवाई गारंटी, कोई दे रहा मुस्लिमों को आरक्षण तो कोई बांट रहा स्कूटी- स्मार्टफोन!
लेकिन विकास के दावे करने वाले लोगों को ये तस्वीर दिखाई नहीं देती है कि आखिर यहां के लोग कैसे रहते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले 3 महीने से वो इसी तरह से गुजारा कर रहे हैं. यहां इन्हें जहरीले सांपों से लेकर पानी में तैरती ट्यूब के पलटने तक का खतरा रहता है. और कई बार तो ये ट्यूब पानी में ही पलट जाते हैं.
स्थानीय लोगों की मानें तो इन लोगों ने कई बार उक्त समस्या से अधिकारियों व जिम्मेदारों को अवगत भी कराया है, लेकिन इसके बावजूद कोई भी जिम्मेदार उनकी समस्याओं के समाधान पर आज तक गौर नहीं किया.
ट्यूब पर बैठकर स्कूल जाते हैं नौनिहाल वहीं, जब इस पूरे मामले पर खलीलाबाद नगरपालिका के ईओ से बात की गई तो उन्होंने जल्द से जल्द जल निकासी के मुद्दे को सुलझाने की बात कही. लेकिन सवाल फिर वही खड़ा होता है कि क्या यहां के लोगों की परेशानी जिला प्रशासन दूर कर पाएगा या फिर यहां के लोग इसी तरह से डर और खतरों के बीच जीने को मजबूर होते रहेंगे.