संत कबीर नगर: जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में वार्डन ने बेसिक शिक्षा विभाग और डीसी बालिका पर नियमों को ताक पर रखकर उन्हें हटाने का आरोप लगाया है. हालांकि इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जो इसके पात्र नहीं थे उनको हटाया गया है.
संत कबीर नगर में नियमों को ताक पर रखकर वार्डन को पद से हटाने का आरोप
यूपी के संत कबीर नगर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में तैनात वार्डन ने नियमों को ताक पर रखकर उन्हें हटाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि निजी लाभ के चक्कर में बीएसए और डीसी बालिका शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने उन्हें हटा दिया है.
जानें पूरा मामला
पूरा मामला संत कबीर नगर के नाथनगर ब्लॉक में आने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का है. यहां के वार्डन पद पर तैनात मधु गौतम का आरोप है कि बीएसए और डीसी बालिका शिक्षा ने अपने निजी स्वार्थ और लाभ के लिए नवीनीकरण में काफी गोलमाल किया है. मधु गौतम का आरोप है कि सामाजिक विषय से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एससी कोटे के आरक्षण पर उनकी महिला वार्डन में तैनाती हुई थी. उनका कहना है कि निजी लाभ के चक्कर में बीएसए और डीसी बालिका शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश और आरक्षण को ताक पर रखकर उनका नवीनीकरण नहीं किया और उन्हें वार्डन पद से हटा दिया.
पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में वरीयता क्रम के वार्डन को वरीयता क्रम में रखा जा रहा है. जो इसके पात्र नहीं थे उनको हटाया गया है.