संभल:जिले के नागरिक संभल से दिल्ली और लखनऊ तक रेल लाइन न होने के चलते परेशान हैं. उनकी इस समस्या को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने स्थानीय निवासियों से बात की. बातचीत में लोगों ने बताया कि मुरादाबाद से संभल तक एक रेल का यात्री डब्बा आता है और यही से वापस हो जाता है क्योंकि संभल के आगे रेल लाइन ही नहीं बिछी है. वहीं उन लोगों ने यह भी बताया कि संभल तक जो रेल लाइन बिछी हुई है वह 1857 में बिछाई गई थी. लोगों ने यह भी बताया कि वे लगातार यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें रेल के रास्ते से दिल्ली और लखनऊ से जोड़ा जाए. इसके लिए जनप्रतिनिधियों और कई समितियों ने भी अधिकारियों को ज्ञापन देकर संभल से आगे रेल लाइन बिछाने की मांग की, लेकिन अभी तक कुछ होता नहीं दिख रहा.
दिल्ली के लिए रेल लाइन बिछाने की स्थानीय कर रहे मांग. व्यापारियों को होगा फायदा संभल मेंथा ऑयल की एशिया की सबसे बड़ी मंडी है. मेंथा ऑयल का रेट पूरी एशिया में सबसे पहले संभल से ही डिसाइड होता है. इसके अलावा संभल आलू की भी बड़ी मंडी है, यहां से आलू कई जिलों में भेजा जाता है. संभल से दिल्ली तक अगर रेल की कनेक्टिविटी हो जाए तो यहां के व्यापारियों को भी बहुत लाभ होगा. व्यापारियो के साथ-साथ आम नागरिकों को भी बस द्वारा दिल्ली और लखनऊ जाना महंगा साबित होता है इसके अलावा बस से समय भी ज्यादा लगता है.
आम नागरिक और छात्रों को भी होगा बहुत फायदासंभल से जो छात्र दिल्ली पढ़ने या कोचिंग करने जाते हैं, उन्हें बस द्वारा लंबा सफर तो करना ही पड़ता है और किराया भी ज्यादा लगता है. जिससे छात्रों का टाइम भी खराब होता है. अगर संभर से दिल्ली तक रेल लाइन बिछ जाती है तो किराया और समय दोनों बचेंगे.
संभल के रहने वाले शफीकुर्रहमान ने बताया कि बहुत प्रयास के बाद एक डब्बा रेल बस संभल से मुरादाबाद के बीच चलाई गई, लेकिन अब वह भी लंबे समय से बंद है. उन्होंने बताया किसंभल से दिल्ली तक बस से जाने के लिए बहुत अधिक भाड़ा देना पड़ता है.
संभल के ही रहने वाले छात्र जुनैद ने बताया कि स्टूडेंट लाइफ में तो पॉकेट मनी के हिसाब से ही चलना पड़ता है. संभल से बस का दिल्ली तक किराया बहुत अधिक है और सफर भी लंबा और थकान भरा सफर हो जाता है. अगर संभल से सीधी ट्रेन दिल्ली तक जाने लगे तो किराया भी कम लगेगा और यात्रा भी आसान हो जाएगी.