संभल:होली पर्व को लेकर संभल के संवेदनशील इलाकों में मस्जिदों को त्रिपाल से ढका गया है. प्रशासन के इस कदम की मुस्लिम समाज ने सराहना की है. उनका कहना है कि त्यौहार के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनी रहे और धर्म स्थल पर रंग आदि न जाए. इसे देखते हुए प्रशासन ने जो एहतियाती कदम उठाया है वह काबिले तारीफ है. वहीं, प्रशासन की ओर से होली पर्व एवं शबे बरात पर्व को शांतिपूर्वक एवं भाई चारे के साथ मनाए जाने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं.
होली पर तिरपाल से ढकी गई मस्जिदें. संभल जिले में 1078 स्थलों पर होलिका दहन होगा. होली पर्व एवं शबे बारात पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है. कानून व्यवस्था को लेकर अफसरों को सख्त हिदायत दी गई है. वहीं, होली पर्व पर शांति व्यवस्था बनाए रखने को संभल के संवेदनशील इलाकों में पड़ने वाली मस्जिदों को इस बार तिरपाल से ढका गया है. प्रशासन का मानना है कि विगत वर्षों में जिस तरह से होली पर्व पर मस्जिदों पर रंग डालने की मामले सामने आए थे. ऐसे में कहीं विवाद की स्थिति पैदा न हो जाए उसे देखते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. संभल सदर स्थित एक मस्जिद के इमाम मोहम्मद माहिर हुसैन मरकजी नईम ने बताया कि मस्जिदों पर त्रिपाल ढकने का कार्य प्रशासन की ओर से कराया गया है. यह सही कदम है, क्योंकि होली पर्व पर मस्जिदों पर रंग चला जाता है. जो किसी विवाद का कारण हो सकता है.
प्रशासन का यह कदम सराहनीय है, इससे भाईचारा बना रहेगा और त्यौहार भी ठीक ढंग से संपन्न हो जाएंगे. जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि होली एवं शबे बरात पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन की पूरी तैयारियां है. होली पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. बिजली पानी की आपूर्ति दुरुस्त रखने के महकमों को निर्देश दिए गए हैं. मिलावटखोरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. प्रशासन सौहार्दपूर्ण माहौल में होली का पर्व एवं शबे बरात का पर्व संपन्न कराने को पूरी तरह से तैयार हैं.
होली के रंग पर मुस्लिम धर्मगुरु का बड़ा बयान:मौलाना मोहम्मद मियां ने होली को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि समाज में एक अफवाह फैली हुई है कि होली का रंग अगर किसी मुस्लिम के ऊपर पड़ गया, तो वह जहन्नुम में जलेगा. यह सिर्फ एक कोरी अफवाह है और कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कोई दीन का मसला नहीं है, किसी के ऊपर धोखे से रंग पड़ गया है तो कोई बात नहीं है. क्योंकि जाहिर सी बात है अगर किसी के ऊपर धोखे से रंग पड़ भी गया है तो इसमें उसका कोई दोष नहीं है. इसमें सजा मिलने का कोई कारण नहीं है. लेकिन हां अगर कोई जानबूझकर यह काम कर रहा है तो बेशक इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता है. इस्लाम जानबूझकर काम करने की मनाही करता है.
मौलाना मोहम्मद मियां ने उदाहरण के तौर पर कहा कि 'अगर आप मेरी इज्जत नहीं करेंगे तो बेशक मैं भी आपकी इज्जत नहीं करूंगा. इसलिए एक दूसरे की इज्जत करना जरूरी है. मौलाना ने अपील की है कि दूसरों धर्म के लोगों की भावनाओं का ख्याल रखे. किसी की धर्म के बारे में गलत ने बोले, अच्छी जानकारी शेयर करें. जब लोग एक दूसरे की इज्जत करेंगे तो आपसी भाईचारा कायम रहेगा और आपसी मोहब्बत बढ़ेगी. सभी लोग समझे कि अगर एक दूसरे की इज्जत करेंगे और आदर करेंगे, तो आपसी भाईचारा कायम रहेगा और आपसी मोहब्बत भी बढ़ेगी.'
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