संभल: जनपद में एक युवती की आत्महत्या के बाद मिला सुसाइट नोट चर्चा में है. 19 पेज के इस सुसाइड नोट में मृतका आंचल ने देश की कई समस्याओं का जिक्र करते हुए पीएम से समाधान की गुहार लगाई है. आंचल के सुसाइड नोट में दो बच्चों का कानून, दीपावली पर आतिशबाजी पर रोक, होली पर कैमिकल युक्त रंगों पर प्रतिबंध, डॉक्टरों का महंगी दवाइयां बेचना, बुजुर्गों को घर से निकालना, सड़कों पर थूकना, मांसाहार करना शामिल है. मृतका ने प्रधानमंत्री से इन समस्याओं को दूर करने की मांग की है. इसके साथ ही आत्महत्या के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई है.
जानें क्या है पूरा मामला
मामला जनपद के गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र स्थित बबराला कस्बे का है. यहां 14 अगस्त को हाईस्कूल की छात्रा आंचल ने आत्महत्या कर ली थी. आंचल की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था. खुदकुशी के दो दिन बाद परिजनों को आंचल के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला. इस सुसाइड नोट में आंचल ने देश की कई समस्याओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से समाधान की गुहार लगाई है.
इन समस्याओं का किया जिक्र
सुसाइड नोट की शुरुआत में आंचल ने अपना परिचय देते हुए लिखा है कि मुझे यह दुनिया पसंद नहीं है. आंचल के सुसाइड नोट के मुताबिक, यहां लोग बुजुर्ग माता-पिता को घरों से निकाल देते हैं, अपने फायदे के लिए पेड़ों को काटते हैं. आंचल ने मांसाहार करने और राष्ट्रगान का सम्मान न करने वाले लोगों का जिक्र भी अपने सुसाइड नोट में किया है.