संभल:राजनीति में भी अजब खेल हो रहे हैं, कब किसी को शह मिल जाए और किसको मात, यह नहीं कहा जा सकता. संभल जिले की बात करें तो शह और मात के इस खेल में पहले फिरोज खान को जिला अध्यक्ष बनाया गया. लेकिन, आधे घंटे बाद ही सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपना आदेश बदलते हुए सदर विधायक इकबाल महमूद के करीबी असगर अली अंसारी को दोबारा सपा जिला अध्यक्ष बनाए जाने का ऐलान कर दिया. नरेश उत्तम पटेल ने जिला अध्यक्ष की नियुक्ति का लेटर जारी करते हुए पूर्व के सभी पूर्वानुमानों पर लंबे समय के लिए विराम लगा दिया.
समाजवादी पार्टी का एक नेता सिर्फ आधे घंटे के लिए ही बन पाया जिलाध्यक्ष, जानें कैसे
संभल में सपा जिला अध्यक्ष पहले फिरोज खान को बनाया गया. लेकिन आधे घंटे के बाद ही सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने दूसरा लेटर जारी कर असगर अली अंसारी को संभल का जिला अध्यक्ष बना दिया. इसके बाद से दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच सोशल मीडिया पर वाक युद्ध छिड़ गया.
सूत्र बताते हैं कि इकबाल महमूद ने डायरेक्ट यह मामला अखिलेश यादव के सम्मुख रखा और उन्हें इस गलती का एहसास कराया. अखिलेश यादव ने तुरंत देर नहीं की और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को निर्देश दिए कि भूलवश उन्होंने फिरोज खान का नाम जिला अध्यक्ष पद के लिए नियुक्त कर दिया है. जबकि उसमें असगर अली अंसारी का नाम होना चाहिए था. इस त्रुटि को तुरंत दूर करते हुए संशोधन लेटर अभी जारी कर दिया जाए. अखिलेश यादव का निर्देश मिलते ही नरेश उत्तम पटेल ने आधे घंटे के भीतर दूसरा नियुक्ति लेटर जारी किया. जिसमें फिरोज खां के स्थान पर असगर अली अंसारी को संभल सपा जिला अध्यक्ष नियुक्त करने पर अपनी ओर से मोहर लगा दी.
फिरोज खान के समर्थक जिस तरह से सोशल मीडिया पर नियुक्ति का लेटर डाल कर खुशी मना रहे थे. उनकी खुशी आधे घंटे के भीतर उस समय काफूर भी हो गई, जब असगर अली अंसारी के समर्थक सोशल मीडिया पर असगर अंसारी के जिला अध्यक्ष बनने का लेटर फोटो सहित डालने लगे. तो दोनों के समर्थकों में आधे घंटे यह वाक युद्ध चला. दूसरी तरफ फिरोज खां के समर्थक इस बात से खुश है कि उनके नेता को कम से कम अखिलेश यादव ने संभल जिले के निकाय का प्रभारी बनाकर अहम जिम्मेदारी से तो नवाजा है.
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