सहारनपुर:जिले में बरसाती नदी पर पुल बनवाने की मांग को लेकर दो गांवों के ग्रामीणों की भूख हड़ताल समाप्त हो गई. धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक महावीर सिंह राणा ने अधिकारियों से वार्ता की. इस दौरान विधायक ने नवम्बर माह तक पुल निर्माण शुरू किए जाने का भरोसा दिलाया. वहीं भूख हड़ताल पर बैठे दोनों गांवों के लोगों को जूस पिलाकर हड़ताल खत्म कराई.
पूर्व विधायक महावीर सिंह राणा ने ग्रामिणों को आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करवाया. बरसाती नदी की उफान से परेशान लोग-बता दें कि तहसील बेहट के गांव शाहपुर की बरसाती नदी पर पुल बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे. ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में उनका गांव टापू बन कर रह जाता है. गांव के चारों ओर से बरसाती नदियां गुजरती हैं. वहीं सभी नदियों में उफान आ जाता है और तहसील और पूरे देश से उनका संपर्क कट जाता है. इस दौरान न तो वे बीमार को अस्पताल ले जा सकते हैं, न ही बच्चों को स्कूल भेज सकते हैं. नदी पर पुल बनवाने को लेकर ग्रामिणों ने किया भूख हड़ताल-
नदी पर पुल बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीण चुनाव तक का बहिष्कार कर चुके हैं. पिछले महीने भी ग्रामीण धरना प्रदर्शन पर भूख हड़ताल कर चुके है. एक बार फिर एक अगस्त से ग्रामीण धरने पर बैठे थे. किसी भी प्रशासनिक अधिकारी के धरनास्थल पर न पहुंचने से गुस्साए ग्रामीणों ने 16 अगस्त से भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. दोनों गांवो के लोगों की भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही.
विधायक ने दिया आश्वासन-
वहीं धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता महावीर सिंह राणा ने मंच से ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे सहारनपुर से लखनऊ तक इस सिलसिले में अधिकारियों से मिल चुके है. तटबंधों के लिए पैसा आ चुका है. नवम्बर माह तक पुल निर्माण का काम भी शुरू हो जाएगा. पूर्व विधायक ने आश्वासन देकर अनशन पर बैठे लोगों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया. इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर आश्वासन के मुताबिक काम शुरू नही हुआ तो वे 1 फरवरी 2020 से फिर आंदोलन शुरू कर देंगे.