सहारनपुर: AIMIM नेता वारिश पठान ने विवादित बयान देकर देश भर में नई बहस छेड़ दी है. 100 करोड़ पर 15 करोड़ मुस्लिमों के भारी होने के बयान की हर कोई निंदा कर रहा है. वहीं उनके इस भड़काऊ बयान पर देवबंदी उलेमा भी आग बबूला हो गए हैं. उलेमाओं ने वारिश के बयान को न सिर्फ जहरीला करार दिया है, बल्कि हिन्दू मुस्लिम भाईचारा और देश को तोड़ने वाला बताया है. उन्होंने नेताओं को ऐसे विवादित बयान नहीं देने की हिदायत देते हुए कहा, कि देश को जोड़ने और सबको साथ लेकर चलने की बात करनी चाहिए.
सहारनपुर: वारिश पठान के बयान पर भड़के उलेमा, बताया जहरीली जुबान
वारिश पठान के विवादित बयान को लेकर सहारनपुर के देवबंदी उलेमा आग बबूला हो गए हैं. देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि नेताओं को ऐसे विवादित बयान नहीं देने चाहिए, जिससे आपसी भाई चारे में जहर घुलता हो.
जिस तरह से वारिश पठान ने शाहीन बाग समेत कई जगहों पर मुस्लिम महिलाओं के आंदोलन का हवाला देते हुए कहा कि अभी तो हमारी शेरनियां निकली है. उलेमा वारिश के इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. मुफ्ती असद कासमी ने कहा, कि जैसे आरएसएस के नेता भड़काऊ बयान देते है उसी तरह से वारिश पठान ने भी जहरीला बयान दिया है. ऐसे भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं के बयानों का खंडन कर उनकी निंदा करते हैं.
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