सहारनपुर : जिले में एक बार फिर पाकिस्तानी नागरिकों के मिलने से न सिर्फ पुलिस विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं बल्कि खुफिया विभाग की लापरवाही भी उजागर हुई है. कोतवाली नगर इलाके के मटिया महल में फर्जी कागजात से पासपोर्ट बनवाकर रह रहे दो पाकिस्तानी भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि इनकी दो बहनें फरार बताई जा रही है. एलआईयू के दारोगा की ओर से चार भाई-बहनों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
यह है पूरा मामला
- सहारनपुर निवासी फरहाना का निकाह 1985 में इस्लामाबाद के नासिर से होने के बाद उसे पाकिस्तान की नागरिकता मिल गई थी.
- लेकिन पति-पत्नी के बीच हुए पारिवारिक विवाद के चलते दोनों के बीच तलाक हो गया.
- इसके बाद फरहाना 45 दिन का वीजा लेकर भारत आ गई, जहां उसने नानोता निवासी नदीम अहमद से निकाह कर लिया.
- इसी बीच वीजा अवधि समाप्त होने पर नदीम के साथ वह पाकिस्तान लौट गई और नदीम व्यापार का वीजा लेकर काम धंधा करने लगा.
- अपने वैवाहिक जीवन में फरहाना ने चार बच्चों को जन्म दिया. सभी बच्चों की पैदाइश इस्लामाबाद में हुई.
- फरहाना अपने शौहर और बच्चों के साथ 17 जनवरी 2000 को सहारनपुर आ गई.
- यहां आकर फरहाना के बच्चों ने गलत जन्म तिथि के आधार पर न सिर्फ आधारकार्ड और जन्म प्रमाण पत्र बनवाए, बल्कि पासपोर्ट तक बनवा लिये.