सहारनपुर: उत्तराखंड के चमोली में हुए हादसे में जिले के तीन युवक लापता हैं. नकुड़ कोतवाली क्षेत्र के कस्बा अंबेहटा निवासी तीन युवक अब्दुल, माजिद और रिजवान चमोली के अंबेहटा में मजदूरी करने गये थे. तीनों युवकों से अभी तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है. परिजनों का रो रोकर हुआ बुरा हाल है. परिजनों ने उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. वहीं जिलाधिकारी ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है.
सहारनपुर के तीन युवक लापता हादसे में सहारनपुर के तीन युवक लापता
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से हुई तबाही से सहारनपुर जिले के कस्बा अंबेहटा भी अछूता नहीं रहा. इस तबाही की आंच यहां के तीन परिवारों पर भी पड़ी है. थाना नकुड क्षेत्र के अंबेहटा कस्बे के झाबरी मोहल्ले के रहने वाले तीन युवक इस त्रासदी की चपेट में आ गए हैं. रविवार से इन तीन युवकों का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है.
परिजनों ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
परिजन हर तरफ से कोशिश करके थक चुके हैं. अब सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि किस तरह से वो तीनों सकुशल वापस लौट आएं. सहारनपुर के रिजवान, अब्दुल और माजिद यहां से एक ठेकेदार के माध्यम से काम करने के लिए उत्तराखंड के चमोली गए थे. 11 तारीख को सहारनपुर से उत्तराखंड के चमोली में मजदूरी पर गए इन तीनों युवकों का इस त्रासदी के बाद से कोई भी पता नहीं चल पाया है.
मीडिया के माध्यम से परिजनों को मिली जानकारी
परिजनों को समाचार चैनलों के माध्यम से उत्तराखंड में हुई त्रासदी का जब पता चला, तो तभी से वह उनसे संपर्क करने का प्रयास करने में लगे हुए है. लेकिन किसी भी तरह का संपर्क अभी तक उनका तीनों से नहीं हो पाया है. 24 घंटे बीतने के बाद परिजन मायूस हैं. घर में खाना तक नहीं बना है.
प्रशासन ने भी लापता युवकों से किया संपर्क का प्रयास
उत्तराखंड के चमोली में हुई त्रासदी में सहारनपुर के तीन युवकों के फंसे होने की जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी, तो प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए चमोली में काम करने गए युवकों से संपर्क करना शुरू कर दिया. हालांकि अभी तक प्रशासन को इसमें कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है और चमोली गए किसी भी युवक और ठेकेदार से कोई संपर्क नहीं हो पाया है.