सहारनपुर: नगर का ग्यारहमुखी महादेव मंदिर को लेकर लोगों की अलग आस्था है. लोगों की मान्यताओं की बात करें, तो लगातार 41 दिन सेवा करने वाले की हर मनोकामना पूर्ण होती है. महाभारत काल में पांचों पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान ग्यारहमुखी महादेव की सेवा कर अपने कष्ट दूर किए. इस मन्दिर में स्थापित ग्यारह शिवलिंग आकर्षण का मुख्य केंद्र है.
सहारनपुर: महाभारत काल से भी प्राचीन है यह महादेव मंदिर, पांचों पांडवों ने की थी सेवा - Temple was built before Mahabharata
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में महाभारत के पहले से स्थापित ग्यारहमुखी महादेव मंदिर की अलग महिमा है. लोगों की मान्यता है कि जो भी व्यक्ति यहां आकर भगवान की 41 दिन सेवा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.

महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान जब पांचों पांडव इस देवी वन से गुजरे, तो उन्होंने भी ग्यारहमुखी महादेव की सेवा की थी. इस मंदिर में स्थापित 11 शिवलिंग मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं, क्योंकि दूर-दूर तक कहीं भी 11 शिवलिंग वाले शिवालय देखने को नहीं मिलता है. श्रावण माह में यहां पर श्रद्धालुओं का भारी संख्या में तांता लगा रहता था. मगर इस बार लॉकडाउन के कारण केवल 5-5 आदमियों को ही मंदिर में प्रवेश करने दिया जा रहा है. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि सच्चे मन से 41 दिन की सेवा करने पर लोगों की सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.