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अखिलेश यादव के खिलाफ सपा में आक्रोश, सपा लोहिया वाहिनी रामपुर अध्यक्ष नवीन शर्मा ने दिया इस्तीफा - उत्तर प्रदेश की ताजा खबर

समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के रामपुर अध्यक्ष नवीन शर्मा ने अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा भेजा है. उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर यह जता दिया कि वह आजम खान के दुख से दुखी हैं. उनकी तकलीफ को देखते हुए इस पद से इस्तीफा दे रहे है.

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नवीन शर्मा ने दिया इस्तीफा

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Published : Apr 17, 2022, 3:03 PM IST

रामपुर: समावादी पार्टी में अखिलेश यादव के खिलाफ बगावत का दौर शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के रामपुर अध्यक्ष नवीन शर्मा (Naveen Sharma resigns) ने अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा भेजा है. सपा नेता ने यह इस्तीफा आजम खान के दर्द को देखते हुए दिया है.

नवीन शर्मा ने दिया इस्तीफा

नवीन शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव और उनका परिवार आजम खान को अनदेखा कर रहा है. उन्हें यह पद आजम खान ने दिया था. जिस तरह से उनकी अनदेखा की जा रही है, उससे वह अत्यंत दुखी हैं. इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. नवीन शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव आजम खान से मिलने एक बार जेल गए और मुलायम सिंह एक बार भी उनसे मिलने जेल नहीं गए.

गौरतलब है कि रामपुर जो समाजवादी पार्टी का किला कहा जाता है, वहां से पार्टी में बगावत के सुर निकल रहे है. पहले आजम खान के मीडिया प्रभारी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कई तरह के आरोप लगाकर अपना दर्द बयां किया और अब सपा लोहिया वाहिनी के नगर अध्यक्ष नवीन शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. साथ ही यह जता दिया कि वह आजम खान के दुख से दुखी हैं. उनकी तकलीफ को देखते हुए इस पद से इस्तीफा दे रहे है.

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नवीन शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके पास जो नगर अध्यक्ष का पद था, वह आजम खान के आशीर्वाद से मिला था. उनके पास सपा लोहिया वाहिनी का नगर अध्यक्ष का पद था. आजम खान ढाई साल से कारागार में बंद हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष मौन हैं. उनका व्रत नहीं टूट रहा है. इससे आहत होकर उनको इस्तीफा देना पड़ा. 40-45 साल से जो समाजवादी पार्टी की रीढ़ की हड्डी रहे, उन्हें अब दरकिनार क्यों किया जा रहा है?

नवीन शर्मा ने कहा कि 111 सीटें आजम खान की वजह से ही आईं हैं. गठबंधन की वजह से 125 सीटें आईं हैं. ढाई साल में अखिलेश यादव एक बार भी उनसे नहीं मिलने गए. हमारे राष्ट्रीय संरक्षक मुलायम सिंह यादव टाटा सफारी में जाकर 18 शेरनियों के बच्चों को तो देख सकते हैं लेकिन वह हमारे आजम खान को देखने नहीं जा रहे.

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