सहारनपुर : रुड़की सहारनपुर में जहरीली शराब से हुई मौतों की एसआईटी जांच दूसरे दिन भी जारी है. SIT इंचार्ज एवं एडीजी रेलवे संजय सिंघल पूरी टीम के साथ जिला अस्पताल और सहारनपुर मेडिकल पहुंची. जहां एसआईटी की टीम ने बैंड कमरों में शराब पीड़ितों और परिजनों से पूछताछ की है. इस दौरान मीडिया को न सिर्फ इस जांच से दूर रखा गया, बल्कि जांच की कवरेज भी नहीं होने दी गई. घंटो तक पूछताछ के बाद एसआईटी की थाना गागलहेड़ी के कोलकी गांव की ओर निकल गई.
सहारनपुर : शराब कांड की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची SIT, बंद कमरे में की पूछताछ - सहारनपुर शराब कांड
सहारनपुर में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद एसआईटी जांच दूसरे दिन भी जारी है. एसआईटी आज जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज पहुंची. यहां टीम ने बंद कमरों में पीड़ितों और उनके परिजनों से पूछताछ की. घंटों पूछताछ के बाद एसआईटी थाना गागलहेड़ी के कोलकी गांव की तरफ निकल गई.
आपको बता दें कि 8 फरवरी से जहरीली शराब सैकड़ों लोगों को घटक गई. इस घटना से न सिर्फ जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है, बल्कि लखनऊ तक हिल गया. पांच दिनों में एक के बाद एक 92 लोग मौत के आघोष में चले गए, बल्कि 50 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती हो गए. मामला इतना बढ़ गया कि विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार को घेरना शरू कर दिय. जिसके बाद सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंपी है. एसआईटी की टीम पिछले दो दिन से सहारनपुर में शराब कांड की जांच कर रही है. बुधवार को उमाहि शरबतपुर समेत आधा दर्जन गांवों में पूछताछ की.
वहीं बृहस्पतिवार की सुबह अम्बाला रोड स्तिथ मेडिकल कॉलेज पहुंची जहां टीम इंचार्ज एडीजी संजय सिंघल ने खुद शराब पीकर बीमार हुए लोगो के साथ उनके परिजनों से बंद कमरे में पूछताछ की है. उस दौरान मीडिया को पूरी तरह दूर रखा गया. खास बात तो ये है कि कल तक पुलिस और जिला प्रशासन पर आरोप लगाने वाले परिजन भी पूछताछ के बाद कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया. अब ऐसे में सवाल ये उठना लाज़मी है कि परिजनों पर एसआईटी का दबाव बना है या फिर जिला प्रशासन ने कोई दबाव बनाया है.