सहारनपुर: जिले की सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी मेले को राज्यस्तरीय दर्जा मिला गया है. अन्य तीर्थ स्थलों की तरह सिद्धपीठ भी अब विकसित किया जाएगा. राज्यस्तरीय दर्जा मिलने के बाद मां शाकुंभरी देवी मेले को कई अन्य सुविधाएं मिलेंगी. अब से पहले इस मेले का आयोजन जिला पंचायत के तत्वधान में होता था, लेकिन अब मेले को राज्यस्तरीय दर्जा मिलने के बाद इसे तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
सरकार की ओर से मिलेगा मेले के लिए बजट. काफी लंबे समय से मां शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ पर लगने वाले मेले को राजकीय दर्जा दिलाए जाने की कोशिश चल रही थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सहारनपुर पहुंचकर मां शाकुंभरी परिक्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की बात कही थी. वहीं अब मां शाकुंभरी देवी परिक्षेत्र में लगने वाले मेले को राज्यस्तरीय दर्जा मिल गया है. इसके बाद यहां लगने वाले मेले का भी विकास होगा.
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सहारनपुर की शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में बसे मां शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ में लगने वाले इस मेले की व्यवस्था अभी तक जिला पंचायत के तत्वधान में होती थी. वहीं अब इस मेले को राज्यस्तरीय दर्जा मिलने के बाद सरकार की ओर से एक बजट जारी होगा और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा.
इतना ही नहीं इस मेले में पार्किंग, दुकानें आदि कई व्यवस्थाएं सुचारू रूप से होंगी. हालांकि अभी तक इस मेले में श्रद्धालुओं से कई तरह के टैक्स लिए जाते थे, लेकिन अब यहां पहुंचने वाले हर श्रद्धालु को सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा. पर्यटकों को यहां रहने और रुकने की भी सुविधाएं मिलेंगी.
जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया है कि शासन से एक पत्र आया है, जिसमें शाकुंभरी देवी में नवरात्रि में लगने वाले मेले को शासकीय मेले का दर्जा दिए जाने की बात है. शासकीय मेला का दर्जा दिए जाने से एक प्रोटोकॉल बनता है, जिसे गवर्नमेंट चलाती है. बड़े ही सिस्टमैटिक वे में यह मेला लगाया जाता है और प्रोटोकॉल भी अभी शीघ्र ही आ जाएंगे. जो नया मेला लगेगा उसमे प्रोटोकॉल लगाए जाएंगे. अभी तक इसके लिए CSR से पैसा इकट्ठा करते थे. अब सभी दुकानों को एक जगह लगा देंगे और पार्किंग को भी जहां पहले है उसको और भी अच्छे तरीके से बनाया जाएगा.