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सहारनपुर पुलिस तैयार कर रही 15 हजार अपराधियों का 15 साल पुराना डाटा

सहारनपुर जिले में अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए सहारनपुर पुलिस ने अपराधियों के 15 साल पुराने रिकॉर्ड निकाले हैं. इसमें 15 हजार ऐसे अपराधी हैं जिनके खिलाफ चार्जशीट लगी है और वह जेल से बाहर हैं. ऐसे अपराधियों को बुलाकर उनके और उनके बच्चों के भविष्य के बारे में सचेत करते हुए उन्हें नसीहत दी जा रही है.

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Published : Dec 1, 2019, 2:12 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

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एसएसपी दिनेश कुमार पी से बातचीत.

सहारनपुर:पुलिस की ओर से जनपद को अपराध मुक्त करने के लिए अनोखी पहल शुरू की गई है. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने 15 साल पुराने अपराधियों का डाटा तैयार कराया है. इसके साथ ही सभी अपराधियों को थाने पर बुलाकर अपराध से दूर रहने की शपथ भी दिलाई जा रही है. जिले के सभी थाना क्षेत्रों के 15 हजार से ज्यादा अपराधियों को शपथ दिलाकर सूचीबद्ध किया जा रहा है.

ईटीवी भारत से बात करते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि जितने भी पुराने अपराधी रहे हैं. उन सबको थाने बुलाया जा रहा है. यहां उन्हें भविष्य में अपराध नहीं करने के साथ अपने बच्चों को भी अपराध से दूर रहने की नासीहत दी जा रही है. एसएसपी का मानना है कि इस पहल से जनपद में अपराध में कमी आएगी.

एसएसपी दिनेश कुमार पी से बातचीत.
15000 अपराधियों को किया गया है चिन्हित
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि उन्होंने विभिन्न श्रेणी के अपराधियों की सूची तैयार की है. इस सूची में लूट, डकै और इस दौरान हत्या, चोरी, राहजनी, चेन स्नेचिंग, अपहरण, फिरौती मांगने वाले अपराधियो की अलग अलग कैटेगरी बनाई गई है. इन श्रेणी के मामलों के ऐसे अपराधी, जिनके खिलाफ चार्जशीट लगी हुई है और वह जेल से बाहर घूम रहे हैं. उन अपराधियों को चिन्हित किया गया है.

ऐसे अपराधियों का बाकायदा एक प्रोफाइल तैयार कर उसका चेहरा कैसा है, उसकी उम्र क्या है, उसके परिवार में कौन और कितने सदस्य हैं और उनके मोबाइल नम्बर भी नोट किए जा रहे हैं. उन अपराधियों के जमानत लेने वाले कौन हैं, उनका अपराधिक इतिहास क्या रहा है. अभी तक ऐसे कुल 15000 अपराधियों को चिन्हित कर उन्हें सबन्धित थाने पर बुलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

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एसएसपी ने बताया कि 15 साल पुराने ऐसे अपराधियों की जिम्मेदारी उस थाने के दारोगा को दी गई है. भविष्य में सबन्धित क्षेत्र का दारोगा इन अपराधियों पर निगरानी रखेगा. अपराधी ने अपराध चाहे कहीं भी किया हो, लेकिन उसकी जिम्मेदारी उसके गांव से सबन्धित थाने-चौकी की रहेगी. हाल ही में ऐसे अपराधियों को सबन्धित थाने पर बुलाकर न सिर्फ हाजिरी लगवाई गई, बल्कि अपराध से दूर रहने के लिए जागरूक भी किया गया और उन्हें शपथ दिलाई गई. जिससे भविष्य में वह और उनके बच्चे सही रास्ते पर चलकर देशहित में सहयोग करें.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

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