एसएसओ बृजेश कुमार पांडेय ने बताया. सहारनपुर: बहुजन समाज पार्टी के पूर्व एमएलसी खनन माफिया हाजी मोहम्मद इकबाल उर्फ बाला की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. गिरफ्तारी से बचने के लिए बसपा नेता लगातार फरार चल रहे हैं. न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी पूर्व एमएलसी न्यायालय में पेश नहीं हुए. जिसके बाद सोमवार को जिला प्रशासन ने शिकंजा कसते हुए धारा 82 की कार्रवाई करते हुए घर पर नोटिस चस्पा दिया है.
सहारनपुरकोर्ट ने हाजी मोहम्मद इकबाल खिलाफ धारा 82 की कार्रवाई करने के आदेश दिया था. जिसके बाद बेहट पुलिस क्षेत्राधिकारी रुचि गुप्ता, बेहट कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार पांडे व मिर्जापुर कोतवाली प्रभारी नरेश कुमार के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ मिर्जापुर पोल स्थित एक लाख के इनामी खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला की कोठी पर पहुंचे और ढोल-नगाड़ो से मुनादी कराने के बाद नोटिस चस्पा कर दिया.
एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने बताया कि भगोड़े खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला गैंगस्टर एक्ट में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी कोर्ट में पेश नहीं हुए. जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर सीआरपीसी की धारा 82 की कार्रवाई करते हुए उनके मकान पर नोटिस चस्पा किया गया है. अगर वह अब भी कोर्ट में पेश नहीं हुए तो न्यायालय की अवमानना का मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति को कुर्क किया जाएगा.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आते ही खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला के खिलाफ जैसे ही शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. धीरे-धीरे पूर्व एमएलसी के काले कारनामों की परत दर परत खुलनी शुरू हो गई. उनके इस कारनामों की वजह से पुलिस ने उनके भाई महमूद अली एवं उसके पुत्रों तथा उसके साथियों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है. जबकि हाजी इकबाल की पुलिस लगातार तलाश कर रही है. इसके साथ ही पुलिस ने माफिया पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है.
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