सहारनपुर: बेहट में उस समय एक अलग ही नजारा देखने को मिला जब विभिन्न राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग एक मंच पर बैठे नजर आए. इस दौरान सभी ने एकजुट होकर सांप्रदायिक सौहार्द को मजबूत करने की बात करते हुए मानवता का संदेश दिया और मुल्क की मजबूती की बात कही.
घघरौली गांव स्थित मदरसा जामिया रहमत में "मानवता संदेश" कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बोलते हुए अखिल भारतीय संत संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष और शंकराचार्य आश्रम के प्रभारी सहजानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि हमें जाति और धर्म से ऊपर उठकर एक अच्छा इंसान बनने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारे इबादत के तौर तरीके अलग हो सकते हैं, लेकिन हम एक है. हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहिए ताकि आगे जाकर बच्चों का भविष्य और देश का भविष्य अच्छा हो सके.
दारुल उलूम देवबंद के मुफ्ती अहसान कासमी ने कहा-
- सच्चा और पक्का मुसलमान वह है, जो अपने हाथ से और अपनी जुबान से किसी को तकलीफ न पहुंचाए.
- आज जरूरत है मजहबी बातों से अलग होकर मुल्क की तरक्की के लिए काम करना.