सहारनपुर : जहरीली शराब पीने से दर्जनों गांवों में एक के बाद एक मौत हो रही है. 48 घंटे में 78 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इस बात पर अड़ा है कि मरने वाले लोग उत्तराखंड के बालुपुर गांव से शराब पीकर अपने घर आए थे. वहीं लगातार बढ़ रहे मौत के आंकड़े से मृतकों के परिजन न सिर्फ जिला प्रशासन के दावे को सोची समझी बात बता रहे हैं, बल्कि आसपास के इलाकों में ही इस जहरीली शराब के बनने और बेचने का खुलासा कर रहे हैं.
जहरीली शराब से एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, महिला ने प्रशासन पर लगाए आरोप - सहारनपुर
जहरीली शराब पीने से दर्जनों गांवों में एक के बाद एक मौत हो रही है. अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं जिला प्रशासन इस बात पर अड़ा है कि मरने वाले लोग उत्तराखंड के बालुपुर गांव से शराब पीकर अपने घर आए थे.
मृतक पिंटू की पत्नी ने ईटीवी को बताया कि पुलिस की मिली भगत से शराब बेची जाती है. वहीं जिला प्रशासन के दावे से पर्दा उठाया है. पति, ससुर, देवर समेत परिवार के छह लोगों की मौत से बदहवास संगीता ने बताया कि उसके पति कैंसर पीड़ित थे, जिसके चलते मजबूरी में शराब बेचने का काम करते थे. गुरुवार शाम को गांव के लोग उनके यहां से खरीदकर शराब पी थी.
जिले के तीन थाना इलाकों के दर्जनों गांवों में जहरीली शराब का ऐसा कहर बरपा है कि 78 लोगों की मौत हो गई है. वहीं जिला प्रशासन लगातार प्रेस वार्ता कर मौतों के आंकड़े कम बता कर लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है. वहीं 20 से ज्यादा लोगों की मौत अन्य बीमारी से होना बताकर पल्ला झाड़ रहा है. जिलाधिकारी अलोक कुमार पांडे लगातार यही बात दोहरा रहे हैं कि मरने वाले लोग उत्तराखंड के बालुपुर से जहरीली शराब पीकर आए थे.