सहारनपुर: लाइव टीवी डिबेट (live tv debate) में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने के बाद जहां नई बहस छिड़ी हुई है वहीं, पार्टी हाईकमान ने नूपुर को पार्टी से निष्काषित कर दिया है. इस्लामिक धर्म गुरुओं ने बीजेपी शीर्ष नेताओं की कार्रवाई का न सिर्फ स्वागत किया है बल्कि देरी से कार्रवाई पर एतराज भी जताया है.
उलेमाओं का कहना है कि बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने लाइव टीवी डिबेट में पैगंबर साहब पर गलत टिप्पणी कर करोड़ों मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. इसलिए निलंबन की कार्रवाई उसी दिन हो जानी चाहिए थी, जिस दिन नूपुर ने यह गलती की थी.
उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा इसे भी पढ़ेंःकानपुर हिंसा: पुलिस आयुक्त से मिले शहर काजी, कहा- दंगाइयों को माफ कर दो, बच्चे हैं नादानी हो जाती है
इस मामले में उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा कि नूपुर शर्मा को बहुत पहले ही पार्टी से निकाल देना चाहिए था और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब दोबारा सत्ता में आए तो उनके नारे में एक शब्द और जोड़ा गया था 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' लेकिन नूपुर शर्मा और अन्य के वाक्यात के बाद लोगों में मायूसी देखने को मिली. लेकिन फिर भी भाजपा के शीर्ष नेताओं ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निष्काषित कर बहुत अच्छा काम किया है. अब पार्टी को उन पर कानूनी कार्रवाई भी करनी चाहिए, क्योंकि अगर पार्टी की तरफ से नूपुर शर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाती है तो लोगों के मन में प्रधानमंत्री का नारा 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' वह और ज्यादा मजबूत होगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप