सहारनपुर: एनएचआई की टीम दो बुलडोजर के साथ कस्बा बिहारीगढ़ में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची. जैसे ही टीम ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो व्यापारियों के विरोध के चलते टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
सोमवार को कस्बा बिहारीगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी एनएचआई की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए दो बुलडोजर लेकर पहुंची. टीम द्वारा रविदास मंदिर के निकट एक दुकान के टीचर को तो हटा दिया. उसके बाद जैसे ही टीम मुख्य बाजार की ओर चली तो वहां पर बाजार के सभी व्यापारी इकट्ठा हो गए और एनएचआई टीम द्वारा चलाए जा रहे बुलडोजर का व्यापारियों ने जोरदार विरोध किया.
व्यापारियों का आरोप है कि टीम ने उन्हें कोई लीगल नोटिस नहीं दी है. उनके द्वारा पहले ही नाले की भूमि को खाली कर दिया गया है. जो तीन शेड डाल रखे हैं वह भी नाले की भूमि को छोड़कर हैं.
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परंतु एनएचआई टीम व्यापारियों को बेवजह परेशान करने में लगी है. एनएचआई अधिकारियों का कहना है कि, नाला नेशनल हाईवे द्वारा बनाया गया है. उस पर किया गया अतिक्रमण अवैध माना जाएगा. उसे हटाने के लिए उन्हें किसी नोटिस की जरूरत नहीं है. इसको लेकर अधिकारियों और व्यापारियों में नोकझोंक हो गई है. इसके बाद नेशनल हाईवे के अधिकारियों को बुलडोजर को लेकर बैरंग वापस लौटना पड़ा.
बिहारीगढ़ के व्यापारियों का कहना है कि, नेशनल हाईवे के अधिकारी किसी दबाव में आकर पुणे को उजाड़ना चाहते हैं. जिसे वेब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश है कि, किसी गरीब को नहीं उजाड़ा जाएगा. विरोध करने वालों में मुख्य रूप से शमशाद अली, बबलू प्रजापति, यशपाल प्रजापति, मनोज जायसवाल, राम रतन जायसवाल, सुखबीर धीमान, ऋषि कुमार कश्यप, राजकुमार कश्यप, अनिल कुमार मित्तल आदि मौजूद रहे.
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