सहारनपुर: सहारनपुर के स्टार पेपर मिल में मॉकड्रिल की गई. इसमें बताया गया कि स्टार पेपर मिल में गैस रिसाव और आग लगने पर उसे कैसे नियंत्रित किया जाए. मॉकड्रिल में दिखाया गया कि किस प्रकार से इमरजेंसी होने पर आम नागरिकों और कर्मचारियों को बचाया जा सकता है. स्टार पेपर मिल में क्लोरिन गैस के रिसाव को एनडीआरएफ की टीम ने कंट्रोल किया. इसमें एनडीआएफ के अधिकारियों ने प्राकृति आपदाओं से बचाव के तरीके भी बताए. मॉक ड्रिल के दौरान फायर कर्मचारी और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
पेपर मिल में की गई मॉकड्रिल
सहारनपुर की स्टार पेपर मिल में क्लोरिन गैस के रिसाव की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई. सांकेतिक लिकेज को स्टार पेपर मिल की रेस्क्यू एंड कंट्रोल टीम ने क्लोरिन गैस के एक सिलेंडर पर वाटर स्क्रीन बनाकर नियंत्रित करने का प्रयास किया. सूचना मिलते ही जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. जिला प्रशासन की सूचना पर फायरब्रिगेड, पुलिस, परिवहन, नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं.
एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची
पेपर मिल के अंदर बनाए गए स्टेजिंग एरिया में सभी संसाधन, बचाव उपकरण और मशीनरी एकत्रित की गई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घटना की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल एनडीआरएफ आठवीं वाहिनी गाजियाबाद से सम्पर्क किया और उनसे मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित करने का आग्रह किया. एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच कर क्लोरिन गैस सिलेंडरों की सांकेतिक लिकेज को देखा और राहत कार्यों में जुट गई.
8 लोगों को किया रेस्क्यू
एनडीआरएफ की टीम ने सबसे पहले क्लोरिन गैस के प्रभाव का आंकलन किया. इसके बाद लिकेज पर काबू पाया गया. इस घटना में घायल हुए आठ व्यक्तियों को प्लांट परिसर में बनाए गए अस्थाई मेडिकल पोस्ट में फर्स्ट एड देकर जिला अस्पताल में भेज दिया गया. घटना स्थल पर मौजूद अपर जिला मजिस्ट्रेट विनोद कुमार ने बताया कि स्टार पेपर मिल में क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ था. इसके बाद लोकल अथाॅरिटी ने मौके पर पंहुच कर गैस को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन लोकल अथाॅरिटी असफल रही. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. टीम ने 8 लोगों को रेस्क्यू किया.
घटना के बाद की मिली जानकारी
एनडीआरएफ आठवीं वाहिनी गाजियाबाद के सहायक कमाण्डेंट पंकज मिश्रा ने बताया कि घटना के बाद जो गैप होते हैं, उन्हें दूर करने के प्रयास किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि माॅकड्रिल में घटना के बाद आने वाली परेशानियों को नियंत्रित करने की जानकारी दी जाती है.