सहारनपुर: ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के छात्रों का धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है. मेडिकल कॉलेज के छात्र सरकार से दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं. छात्रों ने कुछ दिनों में निर्णय नहीं लिए जाने पर आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है.
क्या है पूरा मामला
- सहारनपुर में हकीकत नगर स्थित ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के छात्रों का धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है.
- छात्रों ने बताया कि 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्लोकल मेडिकल कॉलेज को कुछ शर्तों पर मान्यता दी थी.
- मान्यता की शर्तें ये थी कि आने वाले वर्षों में कॉलेज प्रशासन इसके इंफ्रास्ट्रक्चर पर समय के साथ काम करेगा.
- मेडिकल काउंसलिंग ऑफ इंडिया इंस्पेक्शन के बाद कॉलेज को अगले वर्षों के लिए अनुमति प्रदान करता रहेगा.
- ये छात्र नीट जैसी मुश्किल परीक्षा पास कर सरकारी काउंसलिंग द्वारा इस कॉलेज में भेजे गए थे.
अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे छात्र
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नहीं हो रही कोई सुनवाई-
एमबीबीएस के छात्रों का कहना है कि पहले वर्ष तो सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कॉलेज को मेडिकल काउंसलिंग ऑफ इंडिया द्वारा किए गये इंस्पेक्शन में इंफ्रास्ट्रक्चर में मिली कमी के कारण नए एडमिशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया. अब स्थिति यह है कि सरकार किसी भी नये मेडिकल के छात्र को इस कॉलेज में नहीं भेज रही है. 2016 में प्रवेश लेने वाले छात्र यहां सरकार की गलत नीतियों और कॉलेज प्रशासन के ध्यान न देने के कारण यहां फंस गए हैं. दूसरे वर्ष की पढ़ाई के लिए न तो यहां डॉक्टर्स हैं और न ही अस्पताल में मरीज.
इस संबंध में कॉलेज के छात्रों द्वारा जिलाधिकारी से लेकर कैबिनेट और राज्यमंत्री तक से संपर्क किया गया लेकिन छात्रों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. अब छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है जिसमें तीन दिन से छात्र रात-दिन धरने पर डटे हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वो धरने पर डटे रहेंगे.