सहारनपुर: देश में बढ़ रही साम्प्रदायिकता के बीच हिंदू-मुस्लिम एकता सौहार्द की नगरी देवबंद ने एक बार फिर आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया है. हिंदू जागरण मंच के आह्वान पर नगर के मीट विक्रेताओं ने पवित्र माह सावन में जलाभिषेक होने तक दुकानें बंद करने का निर्णय लिया है. साथ ही एसडीएम को पत्र देकर साम्प्रदायिक सौहार्द से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
देवबंद ने पेश की हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, सावन में बंद रहेंगी मीट दुकानें - उत्तर प्रदेश समाचार
देवबंद ने हिंदू-मुस्लिम के आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया है. हिंदू जागरण मंच और मीट विक्रेताओं के साथ हुई बैठक में पवित्र माह सावन के दौरान मीट दुकानों को बंद रखने की सहमति बनी थी. इसका असर शुक्रवार को देखने को मिला. सभी मुस्लिम मीट विक्रेताओं ने अपनी दुकानें बंद रखीं.
स्थानीय कार्यालय में गुरुवार को हिंदू जागरण मंच के सदस्यों और मीट विक्रेताओं की बैठक हुई थी. बैठक में पवित्र माह सावन के दौरान नगर की समस्त मीट दुकानों को बंद रखने पर आपसी सहमति बनी थी. इसके बाद मीट व्यापारियों ने हिंदू जागरण मंच कार्यकर्ताओं के साथ जाकर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया था. इसका असर शुक्रवार को बाजार में देखने को मिला.
क्षेत्र के सभी मीट व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी है. हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अमित धीमान ने कहा कि देवबंद धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए भी जाना जाता है. जिन मुस्लिम भाइयों ने उनके आह्वान पर मीट की दुकानों को बंद किया है, वे बधाई के पात्र हैं. इस पहल को हमेशा कायम रखा जाएगा और सावन के पवित्र माह में आपसी प्रेम और सौहार्द का भरपूर परिचय दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कदम हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को तोड़ने का प्रयास करने वाले लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है.