सहारनपुर :सहारनपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव (civic elections) का शंखनाद कर गए हैं. शहर की जनता जहां नए मेयर को चुनने जा रही है. वहीं वर्तमान मेयर से पांच साल के विकास कार्यों (development works) का हिसाब भी जानना चाहती है. ETV भारत के साथ बातचीत में सहारनपुर के महापौर संजीव वालिया (Mayor Sanjeev Walia) ने पांच साल के कार्यकाल का हिसाब दिया. साथ ही विकास कार्यों की उपलब्धियां भी गिनाईं.
सहारनपुर महापौर संजीव वालिया से बातचीत करते संवाददाता रोशन लाल सैनी. सहारनपुर शहर (Saharanpur City) को 2009 में महानगर का दर्जा मिला था, लेकिन पूर्व में रही बसपा और सपा सरकारें नगर निगम में चुनाव नहीं करा पाईं. 2017 में बीजेपी सरकार आई तो सीएम योगी के निर्देश पर सहारनपुर में पहली बार नगर निगम का चुनाव हुआ. इसमें बीजेपी के संजीव वालिया ने भारी मतों से जीत दर्ज कर पहला महापौर बनने का गौरव हासिल किया. 2017 के बाद सहारनपुर नगर निगम में स्मार्ट सिटी समेत केंद्र एवं राज्य सरकार की कई विकास योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश की गई है. पांच साल के कार्यकाल में शहर को क्या कुछ मिल पाया यह जानने के लिए ETV भारत ने महापौर संजीव वालिया से बातचीत की.
महापौर संजीव वालिया (Mayor Sanjeev Walia) ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना समेत तमाम योजनाओं को धरातल पर लाने का प्रयास सहारनपुर नगर निगम में किया गया है. सड़कों का चौड़ीकरण, अमृत योजना के तहत पीने के शुद्ध पानी, सीवर पाइप लाइन समेत शहर में 1400 से ज्यादा छोटी बड़ी सड़कें बनाई गई हैं. स्वच्छता की दृष्टि से सहारनपुर महानगर पूरे देश मे 40वें नंबर पर है, वहीं उत्तर प्रदेश में तीसरे नंबर पर है. गंदे पानी की निकासी के लिए 250 से ज्यादा नालों का निर्माण कराया गया है. कोरोना काल में सहारनपुर शहर को स्वच्छता में राष्ट्रीय अवार्ड मिला था. नगर निगम में बने उद्यान विभाग के माध्यम से शहर के 165 पार्कों में ओपन जिम, झूले लगाए गए.
शहरभर में 70 हजार पेड़ लगा कर शहर को हरा भरा बनाने की कोशिश की गई. महानगर क्षेत्र के 150 तालाबों का सौन्दर्यकरण (beautification of ponds) किया गया. इसमें 10 मनोनीत और 70 चुने गए सभी पार्षदों एवं शहर की जनता का सहयोग रहा. शहर में 140 छोटी बड़ी जगह पर कूड़ा डाला जाता था जिस दिन मैंने अपना कार्यभार संभाला आज 112 के करीब कूड़ा घर समाप्त कर दिए हैं जबकि जो 28 कूड़ाघर बचे हैं उन्हें भी जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा। कूड़ा निस्तारण के लिए बेहट रोड पर सेक्रिकेशन प्लांट (sacrificial plant) बनाया जा रहा है जो आगामी तीन महीनों में तैयार हो जाएगा. शहर में 57000 एलईडी लाइट लगाई गई हैं. स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर भर में सीसीटीवी कैमरों से सुसज्जित किया गया है. महापौर संजीव वालिया का कहना है कि वे अपने बीते पांच साल के कार्यकाल से पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों की 125 पेज की डिजिटल पुस्तिका (digital booklet) बनवाई है. जिसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है.
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