सहारनपुर: बागपत जनपद में अखिल भारतीय संत परम्परा के अध्यक्ष नरसिंहानंद महाराज के विवादित बयान के बाद एक बहस छिड़ गई है. उन्होंने कहा कि 2029 में देश का प्रधानमंत्री दूसरे समुदाय का बनेगा. इसलिए हर हिंदू को पांच बच्चे पैदा करने होंगे और हाथ में शस्त्र रखने होंगे.
मौलाना लुत्फुर रहमान सादिक कासमी ने नरसिंहानंद सरस्वती के बयान का किया विरोध. उनके इस बयान पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में देवबंदी उलेमा मौलाना लुत्फुर रहमान सादिक कासमी ने भी विरोध जताया है. उलेमा ने उनके इस बयान पर उन्होंने कहा कि उनका यह बयान आपसी भाईचारे को तोड़ने वाला है. उनको अगर अपने देश से मोहब्बत नहीं है तो वह भारत छोड़कर चीन चले जाएं.
देवबंदी उलेमा ने कहा कि वह देश में वैनमस्यता फैलाने का कार्य कर रहे हैं. अगर वह इतने बड़े ही अंतर्यामी है कि 2029 में देश का प्रधानमंत्री दूसरे समुदाय का होगा तो वह देश के इस मौजूदा हालात सुधारने के बारे में बात क्यों नहीं करते? उन्होंने कहा कि वह हिंदू-मुस्लिम में नफरत पैदा करना चाहते हैं. इस तरह की बातें करके वह देश को फसाद की तरफ धकेल रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर कड़ी सजा देनी चाहिए.
शस्त्र उठाने की बात पर देवबंदी उलेमा मौलाना लुत्फुर रहमान सादिक कासमी ने कहा कि शस्त्र उठाने का इतना ही शौक है तो जाइये चाइना से लड़िए. ऐसे भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.