सहारनपुर: देश में लॉकडाउन लागू हुए 50 दिन से ज्यादा समय हो गया है. लॉकडाउन के कारण देशभर में कामकाज ठप पड़ा है. रोजगार और पैसे न होने के कारण 11 मजदूर पैदल ही गंगोत्री से चलकर सहारनपुर पहुंच गए. इनमें से एक मजदूर करीब 300 किलोमीटर के सफर की थकान बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी तबीयत बिगड़ गई. उपचार के लिए सहारनपुर ले जाते समय उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. भूखे पेट और लगातार चलने से हुई थकान को उसकी मौत की वजह माना जा रहा है.
सहारनपुर: 300 किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचे मजदूर ने दम तोड़ा
गंगोत्री से पैदल चलकर सहारनपुर पहुंचे एक मजदूर की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद मजदूर को मिर्जापुर ग्लोकल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से उसे सहारनपुर रेफर कर दिया. सहारनपुर ले जाते समय उसकी रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
मृतक मजदूर अतर सिंह बेहट थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव का रहने वाला था. वह और उसके 10 साथी करीब एक माह पूर्व सड़क निर्माण के कार्य में मजदूरी करने के लिए उत्तराखंड के गंगोत्री गए थे. गंगोत्री से वह सभी 6 मई को वापस गांव के लिए चल दिए. चार दिनों में लगभग 300 किलोमीटर की दूरी तय कर जब वह गांव पहुंचे तो अतर सिंह की हालत बिगड़ गई.
मृतक अतर सिंह के बेटे ने बताया कि 10 मई की सुबह उसे मिर्जापुर ग्लोकल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से उसे सहारनपुर रेफर कर दिया. सहारनपुर ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई. मृतक के बेटे ने बताया कि 6 मई को जब उसके पिता अन्य लोगों के साथ गंगोत्री से चले तो रास्ते में उन्हें कहीं भी कुछ खाने को नहीं मिला. गांव आने के बाद उन्होंने थोड़ा सा खाना खाया और उसके बाद उन्हें पेट दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद जब उनको डॉक्टर के पास लाया गया तो डॉक्टर ने बताया कि शायद भूखे रहने के कारण उनकी आंत में इंफेक्शन हो गया है, जिसके बाद उन्हें हायर सेंटर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.