सहारनपुर: जिले की कान्हा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. साथ ही गायों की नस्ल को भी सुधारने का काम किया जाएगा. जिससे कि आने वाले समय में गौशाला में दूध का उत्पादन भी शुरू किया जा सके. मौजदा समय में गौशाला की देखरेख और सभी व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जाती है.
सहारनपुर में गौशाला को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर, जानें कैसे - कान्हा गौशाला को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर
सहारनपुर जिले में नगर निगम की ओर से कान्हा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. साथ ही गायों की नस्ल को भी सुधारा जाएगा, जिससे कि आने वाले समय में गौशाला में दूध का उत्पादन किया जा सकें.
इस तहर से आत्मनिर्भर बनेगी गौशाला
जिले की कान्हा गौशाला को प्रदेश की सबसे अच्छी गौशाला बनाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि गाय के गोबर से विभिन्न प्रकार के दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले उत्पाद बनाए जाएंगे, जिसे बाजारों में बेचा जाएगा. इससे होने वाली आय से गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि गौशाल को आर्कषक बनाया जाएगा, जिससे इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाए. मौजूदा समय में गौशाला में करीब 150 से 200 गाय है. गौशाला की देशरेख सहित सभी व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जाती है.
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि नगर निगम की कान्हा गौशाला में लगभग निराश्रित 200 गाय रह रही हैं, जिनकी सभी व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जाती है. उन्होंने बताया कि गोमूत्र से फिनाइल, गोबर से बर्मी कंपोस्ट खाद बनाई जा रही है. धीरे-धीरे गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे कि आने वाले समय में गौशाला अपने आप में आत्मनिर्भर गौशाला बने.