सहारनपुर: जिले के एक कन्या इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. सरिता शर्मा ने साल 2000 में फर्जी अनुभव पत्रों के आधार पर विषय विशेषज्ञ की नौकरी प्राप्त की थी. वहीं फर्जी तरीके से एसडी कन्या इंटर कॉलेज सहारनपुर की प्रिंसिपल भी नियुक्त हो गईं. बरेली के शिक्षा निदेशक ने जांच की तो सरिता शर्मा के सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए बावजूद इसके शर्मा आज भी कॉलेज में न सिर्फ प्रिंसिपल की कुर्सी पर तैनात हैं, बल्कि सरकारी खजाने से वेतन भी ले रही हैं.
2000 में हासिल की थी फर्जी दस्तावेजों से नौकरी
सरिता शर्मा ने साल 2000 में बदांयू जिले के बिल्सी के ए एन इंटर कॉलेज में विषय विशेषज्ञ के रूप में जॉइन किया था. इस पद के लिए नियमानुसार मान्यता प्राप्त विद्यालय में चार साल का अनुभव होना जरूरी है, लेकिन सरिता शर्मा ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर विषय विशेषज्ञ की नौकरी हासिल की थी. 2007 में हुई प्रक्रिया में सरिता शर्मा की नियुक्ति एसडी इंटर कॉलेज सहारनपुर में अंग्रेजी प्रवक्ता के रूप में हो गई, जहां सरिता शर्मा प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त हो गईं. शिकायत किए जाने पर बरेली मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक ने पूरे प्रकरण की जांच कराई तो उनके सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए.
20 वर्षों से कर रहीं हैं फर्जी नौकरी