सहारनपुर: ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. ईटीवी पर खबर दिखाए जाने के बाद. प्रशासनिक अधिकारियों ने अधीनस्थ अधिकारियों को वन गुर्जरों के पास खाने पीने का सामान पहुंचाने के निर्देश दिया है. अपर जिलाधिकारी एस. बी. सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया, कि जिले में खाने पीने के जरूरी सामान की कमी नहीं है. जनपद वासी जरूरत पड़ने पर जारी किए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करके सामान मंगवा सकते हैं.
सहारनपुर: ETV भारत की खबर का असर, वन गुर्जरों को पहुंचा राशन आपको बता दें, कि कोरोना वायरस के चलते देश पर में लॉकडाउन किया हुआ है, सभी जगह कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं. शहरों और गांवों में सन्नाटा छाया हुआ है. बेघर, असहाय, गरीबों एवं दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवारों के लिए खाने के लाले पड़े हुए हैं.
ऐसी ही तस्वीर सहारनपुर से भी सामने आई थी. जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर उत्तराखंड बॉर्डर से सटे लांडी-बाड़ा ग़ांव है. जहां वन गुर्जरों के परिवार डेरे बनाकर रहते हैं अचानक लॉकडाउन होने की वजह से ये परिवार शहर से कट गए हैं. इन वन गुर्जरों के आगे खाने पीने के लाले पड़ गए. खाद्य सामग्री खत्म होने के बाद ये लोग पेड़ के पत्ते उबाल कर खा रहे थे.
भूखे वन गुर्जरों के पत्ते खाने की जानकारी ETV भारत को लगी. जिसके बाद देहरादून से ब्यूरोचीफ किरणकान्त शर्मा की अगुवाई में एक संस्था खाद्य सामाग्री लेकर गांव पहुंची जहां वन गुर्जरों ने अपना दर्द ETV भारत से साझा किया.
भूख में वन गुर्जरों के पत्ते खाने की खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद जिला प्रशासन ने ETV भारत की खबर पर संज्ञान लिया और आनन-फानन में तहसील बेहट के एसडीएम को लांडी बाड़ा ग़ांव में राहत सामग्री पहुंचाने के आदेश दिए.
अपर जिलाधिकारी एसबी सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, कि उन्हें ईटीवी भारत के जरिए जानकारी मिली थी, कि लांडी बाड़ा ग़ांव के लोगों को राहत सामग्री नहीं मिली है, जिसके बाद उन्होंने एसडीएम बेहट को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ऐसे ग़ांव पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में खाने-पीने समेत सभी जरूरत के सामान प्रचुर मात्रा में है. अगर कहीं भी खाने-पीने के सामान की कमी लगती है, तो जिला प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बरों पर फोन कर मंगवा सकते हैं यह सेवा 24 घन्टे सुचारू रूप से चल रही है. भूखे लोगों की इस खबर को दिखाकर प्रशासन तक आवाज पहुंचाने के लिए एडीएम एसबी सिंह ने ईटीवी भारत का धन्यावाद भी किया.