सहारनपुर.उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों से सैंकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं यूक्रेन में रूस के हमले के बाद उपजी स्थिति के बीज फंस गए हैं. इस दौरान उनके परिजन उन्हें वापस लाने की मांग कर रहे हैं.
बेहट में एक मेडिकल स्टोर के संचालक व किसान सागिर हसन का बेटा कासिफ हसन यूक्रेन के निप्रो स्टेट मेडिकल कालेज से MBBS की पढ़ाई कर रहा है. वह इस बार फ़ाइनल ईयर का छात्र है. वह भी सरकार से अपने बच्चे की सकुशल वापसी की गुहार लगा रहे हैं. सहारनपुर तहसील क्षेत्र के एक गांव का युवक यूक्रेन में रहकर मेड़िकल की पढ़ाई कर रहा हैं। यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध की खबरें आने से उसके परिजनों को उसकी चिंता सताने लगी हैं.
युवक के परिजनों ने मीडिया के माध्यम से देश प्रधान मंत्री व विदेश मंत्री से युवक को सुरक्षित बुलाने की मांग की है. काशिफ के पिता सगीर, चाचा अरशद, प्रधान सुलेमान एवं डॉ. कामिल ने मिडिया के माध्यम से केंद्र सरकार से यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे युवकों की सकुशल वापसी की गुहार लगाई हैं तथा दुनिया में अमन चैन बना रहे उसके लिये भी दुआ मांगी हैं.
शाहजहांपुर यूक्रेन में फंसी बेटी को लेकर परिवार ने लगाई मदद की गुहार
चौक कोतवाली क्षेत्र के खलील शर्की के रहने वाले डॉक्टर अब्दुल मजीद खान की बेटी इपतेशाम यूक्रेन के विनीतसिया शहर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है लेकिन अचानक रूस के हमले से यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हैं. भारतीय छात्र दहशत में हैं. भारतीय छात्रों के परिवार की दहशत में है. शाहजहांपुर का रहने वाला यह परिवार लगातार वीडियो कॉल के जरिए अपनी बेटी को हिम्मत दे रहा है.
वीडियो कॉल के जरिए एमबीबीएस कर रही बेटी ने बताया कि वहां खाने पीने की किल्लत पैदा हो गई है. खतरे के सायरन बज रहे हैं. एमबीबीएस कर रही छात्रा यूक्रेन में फंसी हुई है क्योंकि हवाई अड्डे पर उड़ानों को बंद कर दिया गया है. इसके चलते भारतीय विमान भी वापस लौट आया है. शाहजहांपुर के लगभग 10 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. शाहजहांपुर के रहने वाले परिवार ने भारत सरकार से बेटी और दूसरे छात्र और छात्राओं को वापस लाने की गुहार लगाई है.
आजमगढ़ की छात्रा ने सरकार से लगाई गुहार
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग और गंभीर होते हालात के बीच आजमगढ़के तीन होनहार छात्र जो यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं, हमले के बाद वे वहीं फंस गए हैं. परिजनों का संपर्क छात्रा के साथ बना हुआ है लेकिन वहां की स्थित गंभीर होते देख परिजन काफी परेशान हैं. अपने बच्चे की सकुशल वापस लाने की मांग की.
आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील के खतीबपुर गांव निवासी डा. नरेंद्र यादव पेशे से चिकित्सक है. वे मेंहगनर कस्बे में क्लीनिक का संचालन करते हैं. उनकी पुत्री रेनू यादव चार वर्ष पूर्व यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गयी थी. उसका दाखिला ओडीएस नेशलन मेडिकल काॅलेज में हुआ है. रेनू के साथ ही दो जिले के दो एमबीबीएस के छात्र अमित यादव निवासी सोफीपुर, निजामाबाद और विनित विश्वकर्मा निवासी शहर कोतवाली भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इससे इनके परिजन काफी चिंतित है और सरकार से मांग कर रहे है कि उनके बच्चों एयरलिफ्ट कर जल्द से जल्द यूक्रेन से निकाला जाए.
मथुरा का कपिल देव फंसा यूक्रेन में, मां ने सरकार से बेटे को वापस लाने की लगाई गुहार
मथुरा के बालाजीपुरम का रहने वाला मेडिकल का छात्र कपिल देव भी यूक्रेन में फंसा हुआ है. उसके परिवार के लोगों को अब कपिल की चिंता सता रही है. परिवार के लोग लगातार कपिल देव से उसका हाल चाल पूछ रहे हैं और टीवी स्क्रीन पर बैठकर यूक्रेन के हालातों को देख रहे हैं. वहीं, जब कपिल के भाई नरेश और माताजी शकुंतला देवी और परिवार के लोगों के साथ इस पूरे मामले पर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध के हालात हैं. उनका बेटा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है जो कि एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र है. अब ऐसे हालातों में आने की स्थिति में नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि 26 फरवरी की फ्लाइट भी रद्द कर दी गई हैं. वह आने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में लगातार उन्हें चिंता सता रही है. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई कि वह प्रयास कर जो नागरिक यूक्रेन में फंसे हैं, उन्हें किसी तरह भारत लेकर आएं.
छात्र ने की अपील यूक्रेन से जल्द निकाले सरकार
मथुरा. यूक्रेन और रूस के बढ़ते तनाव को देखते हुए दुनिया भर में हमले की आलोचनाएं की जा रही है. वहीं, भारतीय छात्र-छात्राओं को सुरक्षित निकालने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है. मथुरा जिले के रहने वाले सिद्धार्थ दीक्षित यूक्रेन में रहकर अपनी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. सिद्धार्थ ने गुरुवार को एक वीडियो जारी करते हुए भारत सरकार से गुहार लगाई है कि यूक्रेन में हालात बहुत खराब हैं. चारो तरफ सायरन बज रहे हैं. होटल, रेस्टोरेंट में बहुत भीड़ लगी हुई है. भारत के कई छात्र-छात्राएं यहां पढ़ाई कर रहे हैं. कृपया उन सभी को यहां से जल्द से जल्द बॉर्डर तक पहुंचाया जाए या फिर एयरलिफ्ट किया जाए.
यूक्रेन में फंसे मथुरा के लोग
1. यशिका कोसी
2. राधिका गोयल बरसाना
3. रितिक वर्मा राया
4. ओम अग्रवाल राया
5. कनक अग्रवाल राया
6. योगेश कुशवाह नगला किकी
7. योगेश पचौरी छटीकरा
8. सिद्धार्थ दीक्षित
9. अजित निवासी शहजादपुर फरह