सहारनपुर : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम का बदलता मिजाज किसानों की परेशानी का कारण बन गया है. गुरूवार की सुबह हुई बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया. इस ओलावृष्टि के कारण किसानों की सरसों, चारे और गेहुं की फसल बर्बाद हो गई.
अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त
गुरुवार की सुबह बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. अचानक तेज हवाओं ने शीतलहर का रूप ले लिया, जिसके चलते लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम के बदलते रुख की वजह से तापमान में गिरावट बनी हुई है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. वहीं गुरुवार की सुबह बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. अचानक तेज हवाओं ने शीत लहर का रूप ले लिया है, जिसके चलते लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए.
वहीं मौसम के बदलते मिजाज का सबसे ज्यादा खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा. बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से किसानों के खेतों मे ओले की सफेद चादर बिछ गई. इसके चलते किसानों की गेहूं और सरसों की खड़ी फसल खेतों में बिछ गई है. सरसों और चारे की फसल गिरने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ओलावृष्टि से करीब 50 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है. अब मजबूर और बेबस किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.