सहारनपुरः धनतेरस त्योहार के कारण आज बर्तन और ज्वेलरी के दुकानों पर लोग नए-नए सामान खरीदने पहुंच रहे हैं. बर्तन और ज्वेलरी के साथ-साथ बाइक और कार की खरीददारी भी खूब हो रही है. बर्तनों की दुकानों पर भी लोग पीतल, तांबे, स्टील आदि के बर्तनों की खरीद कर रहे हैं.
सहारनपुर: शहर में धनतेरस की धूम, नया सामान खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ा हुजूम
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में धनतेरस का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. लोग धनतेरस पर पुराना सामान बेचकर नए सामान खरीद रहे हैं. आज दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ दिख रही है.
शास्त्रों के अनुसार धनतेरस मनाने का इतिहास यह है, कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए. मान्यता है कि भगवान धनवंतरि विष्णु के अंशावतार हैं, संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धन्वंतरि का अवतार लिया था. भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
यमराज का पूजन किए जाने की प्रथा आरंभ हुई
मान्यता है कि उसके बाद से ही इस दिन धन्वंतरि ऋषि और यमराज का पूजन किए जाने की प्रथा आरंभ हुई. धनतेरस के दिन घर के टूटे-फूटे बर्तनों के बदले तांबे पीतल या चांदी के नए बर्तन तथा आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है. कुछ लोग नई झाडू खरीद कर उसका पूजन करना भी इस दिन शुभ मानते हैं.
घर के लिए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है
लोगों का कहना है कि आज के दिन घर के लिए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है, जिसमें लोग आज अपने घरों से निकल बर्तनों की दुकान पर पहुंचकर तांबे,पीतल,स्टील आदि के बर्तन की खरीदारी कर रहे हैं. वहीं बर्तनों की दुकान पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है, साथ ही साथ त्योहारों के आते ही लोगों के चेहरे पर एक अलग ही खुशी देखने को मिल रही है. जिसमें लोगों का कहना है कि इन त्योहारों के आते ही उनकी जिंदगी खुशियों से भर जाती है और वह इन त्योहारों को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं.
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