सहारनपुर: जिला महिला अस्पताल में प्रसव के लिए आई महिला के परिजनों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत महिला के परिजनों ने सीएमओ से की है. वहीं परिजनों ने जच्चा-बच्चा को अस्पताल में बंधक बनाने और शिकायत वापस लेने का आरोप भी अस्पताल पर लगाया है. परिजनों का कहना है कि शिकायत करने के बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.
महिला अस्पताल पर लगाया जच्चा- बच्चा को बंधक बनाने का आरोप.
महिला अस्पताल के वार्ड में तैनात वार्ड आया पर महिला के परिजनों ने 10 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि पैसे नहीं दिए जाने पर गाली- गलौज और अभद्र व्यवहार किया गया. महिला के परिजनों ने सीएमओ को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
बता दें कि गांव कपूरी गोविंदपुर निवासी प्रदीप की पत्नी पारुल को डिलीवरी के लिए मंगलवार को परिजनों ने जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था. महिला के ससुर महेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी बहू ने ऑपरेशन से बेटे को जन्म दिया. उन्होंने सीएमओ को दिए शिकायत पत्र में बताया कि महिला वार्ड में तैनात वार्ड आया मीनू द्वारा 10 हजार रुपये की मागं की गई. पैसे न देने पर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया.
वहीं महिला का कहना है कि अस्पताल में खाना नहीं दिया जा रहा है और न ही डिस्चार्ज किया जा रहा है. उसे अस्पताल में बंधक बना लिया गया है और शिकायत वापस लेने के लिए अस्पताल की ओर से दबाव बनाया जा रहा है. मामले में सफाई देते हुए सीएमएस ममता सोढ़ी ने कहा कि किसी भी प्रकार से पैसों की मांग नहीं की गई है. महिला के परिजनों ने प्राइवेट वार्ड लिया था. महिला को 7 से 8 दिनों के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.