सहारनपुर: जिन लोगों ने देश की आजादी के लिए कुर्बानी दी, उनके परिवार के लोगों को सम्मान मिलना तो दूर जिले में कोई उन्हें जानता भी नहीं है. ये दर्द है स्वतंत्रता संंग्राम सेनानी स्वर्गीय चंद्रबली शर्मा व उनकी पत्नी स्वर्गीय अरुंधती देवी के पारिवार का. हालात ये हैं कि, स्वतंत्रता संंग्राम सेनानी स्वर्गीय चंद्रबली शर्मा का परिवार आज भुखमरी की कगार पर आ गया है. यहां तक की देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लेने वाले और आजादी की लड़ाई के दौरान कई महीनों तक जेल में रहने वाले सहारनपुर के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय चंद्रबली शर्मा का आज कोई नाम भी नहीं लेता.
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. इस मौके पर देश भर में जगह-जगह शान से तिरंगा झंडा फहराया जाएगा. साथ ही उन शहीदों को याद किया जाएगा, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपना बलिदान दिया. लेकिन, क्या स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवार पर भी किसी की नजर जाती है. सहारनपुर के रहने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय चंद्रबली शर्मा व उनकी पत्नी स्वर्गीय अरुंधती देवी को आज कोई नहीं जानता. इन लोगों ने गुलामी के दौरान अंग्रेजों की मार खाई और कई महीने तक जेल में भी रहे. इन लोगों को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ताम्रपत्र देकर सम्मानित भी किया था. लेकिन, समय के साथ-साथ लोगों ने आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को भुला दिया.
भुखमरी के कगार पर परिवार