सहारनपुर: नागरिकता संशोधन बिल को लेकर यूपी में हुई हिंसा के बाद सहारनपुर मंडल में पीएफआई की सक्रियता को लेकर जांच की जा रही है. इस संबंध में अभी तक 18 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इसके साथ ही डीआईजी ने तीनों जनपदों को पीएफआई की सक्रियता को लेकर निर्देशित किया है.
सहारनपुर मंडल के डीआईजी से ईटीवी भारत की खास बातचीत. सहारनपुर मंडल के डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि सहारनपुर परिक्षेत्र में तीन जनपद हैं. इसमें मुजफ्फरनगर, शामली व सहारनपुर है. अब तक जो भी घटनाक्रम रहा है उसमें शामली में पीएफआई की सक्रियता पाई गई थी. पीएफआई को लेकर मुकदमा पंजीकृत किया गया है, जिसमें कुल 18 गिरफ्तारी की गई है, जिनमें से 12 प्रिवेंटिव अरेस्टिंग है और 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में पीएफआई की सक्रियता के बारे में डीआईजी ने बताया कि सहारनपुर से पीएफआई को लेकर अभी तक कोई इनपुट नहीं है, लेकिन मुजफ्फरनगर में घटना हुई है और मुकदमे भी पंजीकृत हुए हैं. इस संबंध में इस संगठन के रोल को आंका जा रहा है और जांच पड़ताल की जा रही है.
डीआईजी ने कहा कि अगर पीएफआई संगठन का कोई रोल पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही तीनों जनपदों में पीएफआई को लेकर निर्देशित किया गया है कि इनके जो भी लोग हैं या जो सदस्य हैं उन पर नजर बनाये रखें. अगर ये लोग किसी भी प्रकार की कोई भी अफवाह फैलाने का काम करते हैं या फिर लोगों को एकत्र करके उनको भड़काने का काम करते हैं तो तत्काल ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.