सहारनपुर: पावर कॉरपोरेशन ने देवबंद में बड़ी कार्रवाई की है. करोड़ों रुपये बकाया होने के चलते सात गांवों की बिजली काट दी गई है. दरअसल बकाया वसूली न होने के मामले में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने देवबंद को सबसे खराब डिवीजन की सूची में शामिल किया है, जिसके चलते बिजली विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि कई अधिकारियों पर कार्रवाई का चाबुक भी चल सकता है.
विद्युत विभाग की कार्रवाई. विद्युत विभाग द्वारा समय-समय पर बिजली चोरी और बकाया वसूली का अभियान चलाया जाता रहा है. बकाया वसूली के लिए कई आसान योजनाएं भी शुरू की गईं, लेकिन इसके बावजूद देवबंद वसूली के मामले में फिसड्डी रहा, जिसके चलते विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बकाया वसूली के मामले में सबसे खराब रहे सात गांवों की बिजली काटने का निर्णय लिया.
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अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार जैन ने बताया कि बकाया वसूली को निगम द्वारा ढेरों आसान योजनाएं चलाई गई, लेकिन लोगों ने इन योजनाओं का फायदा नहीं उठाया. क्षेत्र के सात गांवों में तो स्थिति बेहद बदतर है. इनमें न्यामतपुर, नूनाबड़ी, रामनगर, करंजाली, थीतकी, गोपाली और बाबूपुर नगली गांव शामिल है. इन गांवों में उपभोक्ताओं पर निगम का एक करोड़ रुपये से भी अधिक का बकाया है. कई बार इन गांवों में शिविर में भी लगाए गए, लेकिन उपभोक्ताओं ने बकाया जमा नहीं कराया, जिसके चलते उक्त सातों गांवों की बिजली काट दी गई है.
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उन्होंने बताया कि आगे भी ये कार्रवाई अन्य गांवों में जारी रहेगी. विद्युत विभाग के सूत्रों की मानें तो पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने 10 सबसे खराब हालत वाली डिवीजन की सूची में देवबंद डिवीजन का नाम दर्ज किया है. माना जा रहा है कि बदतर स्थिति होने के चलते कई विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई भी हो सकती है.