सहारनपुर: पैगम्बर साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद देशभर में विरोध हो रहा है. विदेशों में भी इसका असर देखा जा रहा है. यही वजह है कि पाकिस्तान की राजधानी कराची के मंदिरों में भी तोड़-फोड़ की गई और देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया गया. देवबंदी उलेमा ने कराची के मंदिरों में तोड़-फोड़ को लेकर नाराजगी जताई है. लेकिन इसके लिए उन्होंने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि अगर नूपुर शर्मा पैगम्बर साहब पर विवादित टिप्पणी नहीं करतीं तो दुनियाभर में इस्लाम की किरकिरी नहीं होती.
बता दें कि भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने लाइव टीवी डिबेट में पैगम्बर साहब पर विवादित टिप्पणी की थी. जिससे मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया है. मामले में कार्रवाई करते हुए बीजेपी हाईकमान ने नूपुर शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है. इसके बावजूद उनकी टिप्पणी का असर भारत के बाहर इस्लामिक देशों में भी देखने को मिल रहा है. इसके चलते पाकिस्तान की राजधानी कराची के मंदिरों में मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों ने तोड़-फोड़ कर मूर्तियों को खंडित कर दिया है.
पाकिस्तान में हुई इस हरकत को लेकर देवबंदी उलेमाओं ने कड़ी निंदा की है. देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा है कि कराची में मंन्दिरों में तोड़-फोड़ और मूर्तियों को खंडित करने की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. वहां के मंन्दिरों में जो भी हो रहा है, गलत हो रहा है. उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगम्बर साहब की शान में गुस्ताखी की है. बीजेपी ने नूपुर शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित तो कर दिया है, लेकिन सरकार ने नूपुर शर्मा के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की. जिसका असर देश और दुनिया के मुसलमानों में देखा जा रहा है.