सहारनपुर :वाराणसी में रामनवमी के मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने दीपक के साथ भगवान श्रीराम की आरती करने पर उलेमा ने महिलाओं को इस्लाम से खारिज होना करार दिया है. वहीं देवबंदी उलेमा का कहना है कि कोई भी पुरुष या महिला जिस मजहब की चीजों को अख्तियार करेगा वो खुद-ब-खुद उसी धर्म में परिवर्तित हो जाएगा.
मुस्लिम महिलाओं ने की श्रीराम की आरती, भड़के उलेमा ने जताया विरोध
वाराणसी में रामनवमी के मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने भगवान राम को दीपक जलाकर आरती की. इस पर सहारनपुर में देवबंदी मौलाना ने विरोध जताते हुए कहा है कि यह इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश है और जिसने भी इस काम को अंजाम दिया है, उसे मालूम होना चाहिए की यह एक गैर इस्लामिक काम है.
उलेमा ने कहा कि वाराणसी में कुछ बुर्कानशीं महिलाओं ने श्रीराम की पूजा-अर्चना कर आरती उतारी. अगर वे महिलाएं मुस्लिम हैं, तो उन्होंने गैर इस्लामिक काम को अपनाया है. देवबन्दी आलीम मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कहा कि ऐसी खबरें सामने आ रही है कि रामनवमी के मौके पर मुस्लिम औरतों ने राम जी की आरती उतारी है और उसमें भाग लिया है. यह मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश है, इस तरह की फर्जी मुस्लिम औरतों को लाकर और किराए के बुर्के पहनाकर या किसी को चंद पैसे देकर के उनको बुलाया जाता है और इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश की जाती है.