सहारनपुर:जनपद के एक छोटे से कस्बे छुटमलपुर से निकले चंद्रशेखर आजाद जो कि भीम आर्मी के संस्थापक हैं और आज आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं. भीम आर्मी मई 2017 के दंगों के बाद उभर कर सामने आई. जिसके बाद दलित समाज के लोगों ने चंद्रशेखर को ही अपना मसीहा मान लिया और भीम आर्मी एक चर्चित संगठन बन गया. यह संगठन प्रदेश ही नहीं पूरे देश, विदेश में भी अपनी पहचान रखता है. ईटीवी भारत से चंद्रशेखर आजाद ने बातचीत की और बताया कि आखिर क्यों उन्हें आजाद समाज पार्टी बनानी पड़ी.
...तो इसलिए हुआ था आजाद समाज पार्टी का गठन
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ईटीवी भारत से चंद्रशेखर आजाद ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि यह संगठन प्रदेश ही नहीं पूरे देश, विदेश में भी अपनी पहचान रखता है.
भीम आर्मी आज भी है सामाजिक संगठन
चंद्रशेखर आजाद द्वारा जब भीम आर्मी संगठन बनाया गया था तब उन्होंने कहा था कि यह संगठन हमेशा संगठन ही रहेगा कभी भी पार्टी नहीं बनेगा, लेकिन अब चंद्रशेखर आजाद ने आजाद समाज पार्टी बना ली है. चंद्रशेखर आजाद ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि भीम आर्मी पार्टी नहीं बनी है बल्कि भीम आर्मी सामाजिक संगठन था और आज भी संगठन ही है, जो अभी भी पूरी मजबूती से काम कर रहा है. चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि क्योंकि हम वोटर हैं और हमने वोट दिया है तो हम राजनीति इसलिए चाहते थे कि जिन लोगों को हम वोट दे रहे हैं वो हमारे हितों की लड़ाई लड़ें. जैसे प्रमोशन में रिजर्वेशन का मामला है, आरक्षण का मामला, जैसे एससी/एसटी एक्ट का मामला है. उन्होंने कहा कि जब हमारे नेता सत्ताधारियों के आगे नतमस्तक हो रहे थे, तब हमें लगा कि हमें अपनी पार्टी बना लेनी चाहिए, जिसको लेकर हमने अलग से अपना राजनीतिक दल बनाया. उन्होंने बताया कि पिछले पांच-छह सालों से एक गांव से बने संगठन को राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ऐसे संघर्षी लोग अगर विधानसभा और लोकसभा में जाएंगे तो उद्देश्य की जो राजनीति है उसको आगे बढ़ाने का काम करेंगे.