सहारनपुर:खनन माफिया एवं पूर्व बसपा एमएलसी हाजी इकबाल का एक ओर बड़ा कारनामा सामने आया है. थाना मिर्जापुर इलाके में चल रही ग्लोकल यूनिवर्सिटी में हाजी इकबाल ने फर्जी लॉ की डिग्रियां बांट कर जहां मोटी रकम वसूली है. वहीं, सैकड़ों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. हैरत की बात ये है कि बिना दाखिला कराए ही हाजी इकबाल ने लॉ की डिग्रियां बांट दी. हरियाणा निवासी वादी की शिकायत पर पुलिस ने खनन माफिया, पूर्व एमएलसी एवं ग्लोकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हाजी इकबाल समेत 5 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि सहारनपुर के गांव मिर्जापुर पोल निवासी हाजी इकबाल कभी छोटी सी परचून की दुकान चलाया करता था. उसके बाद उसने शिवालिक के जंगल से खैर की लकड़ी की तस्करी करना शुरू कर दिया. इसके बाद हाजी इकबाल ने खनन कारोबार में कदम रखा और देखते ही देखते न सिर्फ खनन माफिया बन गया बल्कि हजारों करोड़ रुपये की अकूत संपत्ति का बेताब बादशाह बन गया. बसपा सरकार में पैसे के रसूख से हाजी इकबाल एमएलसी बनकर सरकार विधान परिषद और सचिवालय तक पहुंच गया. आलम यह रहा है कि बसपा सरकार के कार्यकाल में मंत्री और अधिकारी हाजी इकबाल के यहां जी हुजुरी करने आते थे. यही वजह है कि हाजी इकबाल ने भाइयों, बेटों और गुर्गों के साथ मिलकर गरीब किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया. हाजी इकबाल के खिलाफ दुष्कर्म सहित दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं, जिसके चलते वह अंडरग्राउंड चल रहा है। पुलिस ने हाजी इकबाल पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया हुआ है.
किसानों से कब्जाई जमीन और सिंचाई विभाग की हजारों बीघा जमीन में ग्लोकल यूनिवर्सिटी खड़ी कर दी. ग्लोकल यूनिवर्सिटी बनने से जनपद वासियों को उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें उच्च शिक्षा के लिए मेरठ, देहरादून और हरियाणा नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन हाजी इकबाल ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. ग्लोकल यूनिवर्सिटी के लॉ विभाग ने लॉ की फर्जी डिग्रियां बांटनी शुरू कर दी. इसके लिए बकायदा मोटी रकम वसूली गई. हरियाणा के एक छात्र ने डिग्री की जांच कराई तो वह फर्जी पाई गई, जिसके बाद छात्र ने थाना मिर्जापुर में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.