सहारनपुर: ललता बाजार स्थित शहीद स्मारक पर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के शहीदों को राजनेताओं, समाजसेवियों, अधिकारियों और समाज के प्रबुद्ध लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.इस के साथ ही शहीदों की विरासत देश की एकता अखंडता को बनाए रखने पर जोर दिया. शहीद स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर विधायक राजीव गुंबर ने कहा कि अशफाक उल्ला खां, भगतसिंह और चंद्रशेखर आजाद सरीखे क्रांतिकारियों का आजादी में योगदान का स्वर्णिम इतिहास है. लेकिन बच्चों को पाठ्यक्रम में बाबर जैसे आक्रमणकारियों का इतिहास पढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अशफाक उल्ला खां और भगतसिंह आदि क्रांतिकारियों का इतिहास स्कूली पाठ्यक्रम में ही नहीं घर के पाठ्यक्रम में शामिल करते हुए बच्चों को परिवार द्वारा भी इसकी शिक्षा दी जाए. विधायक गुंबर ने सिखों की शहादत को पाठ्यक्रम में शामिल कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया.
ललता-पन्ना स्मारक स्वतंत्रता सेनानी समिति द्वारा नगर निगम और शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शहीद भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि हमारे पुरखों ने हमे इज्जत के साथ सिर उठाकर खडे़ होने का अवसर दिया. हम ये संकल्प लें कि उनके जज्बे और उनकी स्मृति को मिटने नहीं देंगे. पूर्व विधायक वीरेन्द्र ठाकुर और पूर्व विधायक सुरेन्द्र कपिल ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों ने अपना दायित्व पूरा करते हुए हमें आजादी दिलायी. अब देश के नागरिकों का कर्तव्य है कि देश के निर्माण में तरक्की में योगदान दें. उन्होंने कहा कि इसके लिए सूली पर चढ़ने की जरूरत नहीं है. बस देश का जो नागरिक जहां है वहां वह अपना कार्य ईमानदारी से करें.